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मोल्डो वार्ता से निकली सुलह की राह, भारत-चीन गोगरा हाइट्स से सेना हटाने पर हुए राजी

भारत और चीन पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स क्षेत्र से अपनी सेना हटाने पर राजी हो गए हैं. गोगरा हाइट्स क्षेत्र में दोनों देशों की सेना पिछले साल मई से ही आमने-सामने है.

गोगरा हाइट्स से सेना हटाने को चीन राजी (फाइल फोटोः पीटीआई) गोगरा हाइट्स से सेना हटाने को चीन राजी (फाइल फोटोः पीटीआई)
मंजीत नेगी
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 5:39 PM IST
  • कमांडर स्तर की 12वें दौर की बातचीत में बनी सहमति
  • एलएसी पर शांति के लिए दोनों देश की सेना ने जताई प्रतिबद्धता

भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर पिछले साल मई से जारी गतिरोध की बर्फ बातचीत से पिघलती दिख रही है. मोल्डो वार्ता से सुलह की एक राह निकली है. भारत और चीन पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स क्षेत्र से अपनी सेना हटाने पर राजी हो गए हैं. गोगरा हाइट्स क्षेत्र में दोनों देशों की सेना पिछले साल मई से ही आमने-सामने है.

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सरकारी सूत्रों ने आजतक को बताया कि मोल्डो में हुई 12वें दौर की वार्ता के दौरान इसे लेकर सहमति बन गई है. सूत्रों की मानें तो पैंगॉन्ग लेक इलाके से फरवरी में सेना हटाई गई थी. तब से ही गोगरा हाइट्स इलाके से सेना हटाने का मसला लंबित था. इसे लेकर दोनों देश की सेना में सहमति नहीं बन पा रही थी. सूत्रों की मानें तो दोनों देशों के बीच बनी इस सहमति पर कार्रवाई भी जल्द ही शुरू हो सकती है. दोनों देशों की सेना जल्द ही गोगरा हाइट्स से हट सकती है.

गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की 12वें दौर की बैठक चुशुल-मोल्डो में हुई. दोनों देशों के बीच यह वार्ता 14 जुलाई को दुशांबे में विदेश मंत्रियों की मुलाकात, 25 जून को भारत-चीन सीमा मामलों (डब्लूएमसीसी) पर परामर्श और समन्वय तंत्र की मीटिंग के बाद हुई. इस वार्ता में भारत और चीन ने एलएसी के पश्चिमी सेक्टर के उन इलाकों से सेना हटाने को लेकर गतिरोध वाले क्षेत्रों को लेकर गहन चर्चा किया.

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दोनों पक्षों ने इन क्षेत्रों में गतिरोध के समाधान से जुड़े अपने विचारों का स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान किया. दोनों पक्षों ने वार्ता को रचनात्मक बताया और कहा कि इससे आपसी समझ और बढ़ी है. दोनों देशों के अधिकारी मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार इस मसले को जल्द हल करने के लिए बातचीत की गति बनाए रखने पर भी सहमति हुए. दोनों पक्षों ने एलएसी पर शांति बनाए रखने की भी प्रतिबद्धता व्यक्त की.

 

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