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लद्दाख गतिरोध हल करने के लिए भारत-चीन के बीच 12 जनवरी को 14वें दौर की बातचीत

लद्दाख गतिरोध को हल करने के लिए, 3 महीने के बाद एक बार फिर भारत-चीन सैन्य कोर कमांडर स्तर की वार्ता होने जा रही है. 14वें दौर की बातचीत, 12 जनवरी को होनी तय की गई है.

भारत और चीन के बीच 14वें दौर की बातचीत, 12 जनवरी को भारत और चीन के बीच 14वें दौर की बातचीत, 12 जनवरी को
अभिषेक भल्ला
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 8:43 PM IST
  • इससे पहले हुई 13वें दौर की बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला था
  • वार्ता में नवनियुक्त कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंदया सेनगुप्ता पहली बार हिस्सा लेंगे

एलएसी पर भारत को चीन के बीच बढ़ते तनाव को लेकर दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की सैन्य वार्ता की तारीख तय कर ली गई है. भारत और चीन के बीच 14वें दौर की बातचीत, 12 जनवरी को होनी तय की गई है. इससे पहले हुई 13वें दौर की बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला था. 

अधिकारियों का कहना है कि जिन जगहों पर संघर्ष जारी है, वहां भारत रचनात्मक संवाद की उम्मीद कर रहा है. 14वीं कोर कमांडर स्तर की सैन्य वार्ता में नवनियुक्त कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंदया सेनगुप्ता पहली बार हिस्सा लेंगे. 

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कोर कमांडर स्तर पर 13वें दौर की सैन्य वार्ता के बाद भी पूर्वी लद्दाख में तनाव कम नहीं हुआ है. पैंगोंग झील व गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स व गलवान सहित फ्रिक्शन पॉइंट्स पर बफर जोन बनाए गए हैं, लेकिन गतिरोध खत्म नहीं हुआ है. 

भारत पूरे पूर्वी लद्दाख में तनाव को कम करने पर जोर दे रहा है, जिसमें देपसांग और डेमचोक जैसी जगहें शामिल हैं, जहां बड़े पैमाने पर सैन्य निर्माण क्या जा रहा है. लेकिन मई 2020 में शुरू हुए तनाव में, कोई फ्रिक्शन एरिया नहीं है और चीन ने इन्हें बातचीत में शामिल करने में रुचि नहीं दिखाई है.

आपको बता दें कि हाल ही में, भारतीय रक्षा मंत्रालय ने साल के अंत में दी गई समीक्षा रिपोर्ट में कहा था कि ने लद्दाख में यथास्थिति बदलने के लिए गैरपरंपरागत हथियारों का इस्तेमाल किया, भड़काने वाली कार्रवाई की, इसके बाद ही वहां स्थिति बिगड़ी मजबूरन भारत को  वहां भारी हथियारों जैसे की टैंक और गन की तैनाती करनी पड़ी.  

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पिछले मई में लद्दाख में तनाव शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र में 50,000 से अधिक सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी गई है. लद्दाख ही नहीं, चीन पिछले एक साल में अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की सीमा से लगे पूर्वी क्षेत्र में आक्रामक कदम उठा रहा है.

 

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