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लद्दाख में तनाव के बीच 17 जुलाई को होगी भारत-चीन के बीच 16वें राउंड की वार्ता

भारत पूर्वी लद्दाख में सभी टकराव वाली जगहों से चीनी सेना को हटाने के लिए दबाव बना रहा है. भारत की ओर से जोर दिया जा रहा है कि अगर सीमा पर शांति और द्विपक्षीय संबंधों में चीन प्रगति चाहता है तो ये आवश्यक शर्त है. 

17 जुलाई को होगी भारत-चीन सैन्य बातचीत (फाइल फोटो) 17 जुलाई को होगी भारत-चीन सैन्य बातचीत (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 5:44 PM IST
  • भारत-चीन के बीच 16वें राउंड की सैन्य बातचीत
  • वर्तमान में लद्दाख में 50-60 हजार सैनिक तैनात 

लद्दाख में सीमा पर जारी गतिरोध के बीच भारत और चीन के बीच 16वें दौर की सैन्य वार्ता 17 जुलाई को होगी. आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि टॉप कमांडरों की यह वार्ता वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के भारतीय हिस्से में होगी.  

भारत पूर्वी लद्दाख में सभी टकराव वाली जगहों से चीनी सेना को हटाने के लिए दबाव बना रहा है. भारत की ओर से जोर दिया जा रहा है कि अगर सीमा पर शांति और द्विपक्षीय संबंधों में चीन प्रगति चाहता है तो ये आवश्यक शर्त है. 

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आधिकारिक सूत्रों ने बताया पूर्वी लद्दाख में LAC पर बातचीत के लिए 17 जुलाई को भारतीय क्षेत्र के चुशुल-मोल्दो पर 16वें दौर की सैन्य वार्ता होगी. भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के बीच आखिरी दौर की बातचीत 11 मार्च को हुई थी. 16वें दौर की वार्ता में भारतीय सेना देपसांग बुलगे और डेमचोक में मुद्दों के समाधान की मांग के साथ ही टकराव वाली जगहों से सैनिकों को पीछे हटाने की बात रखेगी. 

जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री से की थी बात 

बीते हफ्ते विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई बातचीत में भी पूर्वी लद्दाख की स्थिति का मुद्दा उठा था. जी20 देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन से अलग एक घंटे की बैठक में जयशंकर ने वांग को पूर्वी लद्दाख में सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधा की बात कही थी.  

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वर्तमान में 50-60 हजार सैनिक तैनात 

बता दें पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद 5 मई, 2020 को भारत और चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख सीमा गतिरोध शुरू हो गया था. दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे हजारों सैनिकों के साथ-साथ भारी हथियारों को लेकर अपनी तैनाती बढ़ा दी. वर्तमान में दोनों देशों के LAC और संवेदनशील पहाड़ी क्षेत्र में 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं. 

 

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