
भारत आज अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कोरोना की विभीषिका को याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में हमारे डॉक्टर, हमारे नर्सेस, हमारे पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने मे जुटे वैज्ञानिक हों, सेवा में जुटे नागरिक हों, वे सभी वंदन के अधिकारी हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में कोरोना बहुत चुनौतियों के साथ आया, देश ने इन मुश्किलों का मिलकर सामना किया. ये हमारी ताकत है कि आज वैक्सीन के लिए हमें दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के दूसरे देशों में कोरोना ने जितनी तबाही मचाई है उसके अनुपात में भारत में कम संख्या में लोग कोरोना से पीड़ित हुए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि सोचिए अगर भारत के पास अपनी वैक्सीन नहीं होती तो क्या होता? उन्होंने कहा कि पोलियो की वैक्सीन भारत को मिलने में कितना वक्त लग गया था. लेकिन आज हमें गर्व है कि हम दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में चल रहे हैं. अभी तक 54 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुका हैं.
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लाल किले से 8वीं बार देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोविन जैसी ऑनलाइन व्यवस्था, डिजिटल सर्टिफिकेट की व्यवस्था सबको आकर्षित कर रहा है. भारत में जिस तरह 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देकर गरीब का चूल्हा जलते रखा है, वह काफी बड़ी बात है.
हालांकि पीएम मोदी ने ये स्वीकार किया कि ये कहना कि हमारे सामने कोई चुनौती नहीं थी गलत होगा. तमाम प्रयासों के बाद कई लोगों को बचा नहीं पाए. कोरोना के दर्द को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कितने ही बच्चों के सिर से साया उठ गया. वो अनाथ हो गए.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में अगले 25 सालों की रुप रेखा बताई जब भारत 2047 में आजादी के 100 साल पूरे कर लेगा. उन्होंने कहा कि हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लंबा इंतजार नहीं करना है. अब हमारे पास गंवाने के लिए समय नहीं है.