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मालदीव में तैनात हुए भारत के असैन्य तकनीकी विशेषज्ञ, दोनों देशों ने की कोर ग्रुप की अहम बैठक

भारत और मालदीव ने रविवार को भारतीय विमानन प्लेटफार्मों के निरंतर संचालन के लिए वहां तैनात भारत के सिविल तकनीकी कर्मियों तैनाती की समीक्षा की. भारत ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव में एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन करने वाला सैन्य कर्मियों का उसका पहला दल उस देश से लौट आया है और उनकी जगह पर असैन्य तकनीकी विशेषज्ञ तैनात हुए हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 11:34 PM IST

भारत और मालदीव ने भारतीय हेलीकॉप्टर के संचालन के लिए इस द्वीप देश में भारत के असैन्य कर्मियों की तैनाती की समीक्षा की. दोनों पक्षों ने माले में आयोजित उच्च स्तरीय कोर समूह की तीसरी बैठक में द्वीपीय देश से भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी पर ध्यान केंद्रित करते हुए इसकी समीक्षा की.

भारत ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव में एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन करने वाला सैन्य कर्मियों का उसका पहला दल उस देश से लौट आया है. सैन्य दल का स्थान असैन्य तकनीकी विशेषज्ञों ने ले लिया है. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों के पहले समूह की वापसी के लिए 10 मार्च की समय सीमा तय की थी.

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विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन करने वाला उसके सैन्य कर्मियों का पहला दल उस देश से लौट आया है. सैन्य दल की जगह वहां अब असैन्य तकनीकी विशेषज्ञ तैनात हुए हैं. बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने मालदीव के लोगों को मानवीय और चिकित्सकीय निकासी सेवाएं प्रदान करने वाले भारतीय हेलीकॉप्टर के निरंतर संचालन के लिए भारतीय तकनीकी कर्मियों की जारी प्रतिनियुक्ति की समीक्षा की.'

बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित व्यापक मुद्दों पर अपनी चर्चा जारी रखी. विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ‘इसमें अन्य बातों के साथ-साथ संयुक्त निगरानी तंत्र के नियमित आयोजन के माध्यम से चल रही विकास सहयोग परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाना, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के प्रयास और क्षमता निर्माण तथा यात्रा के माध्यम से दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाना शामिल है.’

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भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी के मुद्दे के हल के लिए गठित उच्च स्तरीय कोर समूह की दूसरी बैठक के बाद, मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत  अपने सैन्य कर्मियों को बदलने की प्रक्रिया को चरणों में 10 मई तक पूरा करेगा. कोर समूह की दूसरी बैठक दो फरवरी को दिल्ली में हुई थी.

मुइज्जू ने किया था चुनावी वादा

दिसंबर में दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मुइज़ू के बीच एक बैठक हुई थी और दोनों पक्षों ने कोर ग्रुप स्थापित करने का निर्णय लिया।.नवंबर में मुइज़ू के सत्ता में आने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंध तनावपूर्व बने हुए हैं. मुइज्जू, जिन्हें व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता के रूप में देखा जाता है, ने राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के बाद कहा कि वह भारतीय सैन्य कर्मियों को अपने देश से बाहर निकालने के अपने चुनावी वादे को निभाएंगे.

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