
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के प्रतिष्ठित मंच पर पहले दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शिरकत की. उन्होंने 'Why the 2024 Election Will Be a Watershed in the History of India' सेशन में आगामी लोकसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर चर्चा की.
चर्चा के दौरान उन्हें बिहार में चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के बीच चल रही राजनीतिक खींचतान के सवाल पर कहा कि आने वाले दिनों में सब ठीक हो जाएगा, आप एक हफ्ते का इंतजार करो. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार बिहार की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा के नेतृत्व में एनडीए जीतेगा.
'जो चीजें दिख रही हैं NDA में वैसा नहीं है'
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में चर्चा के दौरान जब केंद्रीय गृह मंत्री ने से बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच चल रहे मतभेद के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि देखिए सामने जो चीजें दिख रही हैं, वैसी बिल्कुल भी नहीं हैं. आप एक हफ्ते रुकिए, सभी आपको उचित जगह पर बैठे मिलेंगे.
मिलकर बैठेंगे तो जरूर होगा समझौता: गृह मंत्री
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या पशुपति पारस जो बोल रहे हैं उसको इग्नोर कर देना चाहिए. इस का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि मैंने कहा ना आप एक हफ्ते रुकिए. सब ठीक हो जाएगा, राजनीति में सभी का अपनी बात रखने का अधिकार होता है और सभी दलों का अपनी ताकत के हिसाब से मांग का भी अधिकार है. जब सब लोग मिलकर बैठते हैं और चर्चा करते हैं तो कोई-न-कोई दल जरूर समझौता करता है. चर्चा में कोई-न-कोई हल जरूर निकल कर आता है.
यह भी पढ़ें: India Today Conclave 2024: 'मेरा जन्म भी बीजेपी में हुआ, मृत्यु भी वहीं होगी', ऐसा क्यों बोले गृहमंत्री अमित शाह
'NDA में नहीं होगी कोई टूट'
उन्होंने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि बिहार में एनडीए के अंदर कोई बिखराव नहीं होगा. और इस बार बिहार के अंदर सभी की सभी लोकसभा सीटें भाजपा के नेतृत्व में एनडीए जीतेगा. साथ ही अमित शाह ने अन्य राज्यों भी एनडीए के गठबंधन के लेकर अपनी बाते रखी हैं.
यह भी पढ़ें: सीएए आ गया, एनआरसी पर क्या तैयारी है? गृहमंत्री अमित शाह ने ये दिया जवाब
पशुपति पारस ने जताई नाराजगी
बता दें कि बिहार में NDA में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तैयार हो गया है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी, चिराग पासवान की पार्टी को 5 सीटें देने को राजी हो गई है, जबकि पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं मिली है. वहीं, भतीजे चिराग को बीजेपी से मिल रही तवज्जो से चाचा पशुपति पारस ने नाराजगी जाहिर की है और अपनी पार्टी के सदस्यों की बैठक बुलाई. उन्होंने कहा कि बीजेपी के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद अगर हमें उचित सम्मान नहीं दिया गया तो हमारी पार्टी स्वतंत्र है और हमारे दरवाजे खुले हैं. हम कहीं भी जाने को तैयार रहेंगे.