
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट (India Today Conclave East) के 5वें संस्करण में बदले की राजनीति पर चर्चा की गई. Revenge Politics: From Battle of Ballot to Battle of Bullet विषय पर चर्चा करने के लिए पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. शशि पांजा (Dr Shashi Panja), पश्चिम बंगाल से बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल (Agnimitra Paul) और सीपीआई के राज्यसभा सांसद बिकाश रंजन भट्टाचार्या (Bikash Ranjan Bhattacharya) ने हिस्सा लिया.
आजतक के पत्रकार इंद्रजीत कुंडू ने बीरभूम मामले पर पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. शशि पांजा (Dr Shashi Panja) से सवाल किया कि आप बदलाव लाने वाले थे, बदलाव कहां है?
'लोकतंत्र पर बुलडोज़र चलाने का एजेंडा'
शशि पांजा ने कहा कि बीरभूम जैसी किसी भी घटना की हम निंदा करते हैं. 1977-2010 के दौरान 55,000 पॉलिटिकल हत्याएं हुई हैं. हम उसे कम करना चाहते हैं, हमारी सीएम ने कई प्रयास किए लेकिन ये घटनाएं अब भी हो रही हैं. हमने इनके दोषियों को सजा दी. हमारे पार्टी कार्यकर्ता भी मारे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार पश्चिम बंगाल पर कब्जा करना चाहती है. सरकार ने बंगाल में जो करने की कोशिश की उसी की झलक उन्होंने महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी दिखाई. ये लोकतंत्र पर बुलडोज़र चलाने का एजेंडा है और इसके नतीजे के तौर पर हिंसक घटनाएं हुईं.
'इस सरकार ने लोकतंत्र को कुचल दिया है'
पश्चिम बंगाल से बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल (Agnimitra Paul) का कहना है कि मुझे लगता है कि हिंसा हमेशा से ही पश्चिम बंगाल की राजनीति का हिस्सा रही है. सीपीएम जब दोबारा सत्ता में आई तो उन्होंने हिंसा का सहारा लिया. 11 साल के बाद, हम देखते हैं कि इस सरकार ने लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया है. 2021 चुनावों में बीजेपी के 56 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. और ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ भी नहीं हुआ. ममता बनर्जी जहाज की कैप्टन हैं. वे बीजेपी के खिलाफ जिहाद की बात करती हैं.
'हमें ऐसे नेता चाहिए जो तर्कपूर्ण बात करें'
हिंसा की घटनाओं पर सवाल किया गया कि क्या पश्चिम बंगाल को सुभाष चंद्र बोस जैसे नेता की जरूरत है? इसपर पश्चिम बंगाल से सीपीआई के राज्यसभा सांसद बिकाश रंजन भट्टाचार्या ने कहा कि मैंने हमेशा ब्लेम गेम की निंदा की है. दूसरों पर उंगली उठाना सबसे बुरा है. हमें निश्चित तौर पर ऐसे नेता चाहिए जो तर्कपूर्ण बात करें, जिनकी भाषा सभ्य हो. जनता को संबोधित करते हुए अगर आप बकवास करते हैं तो आप जनता को भी वैसा ही करने को प्रोरित करते हैं.
मंच पर ही भिड़े टीएमसी और बीजेपी
बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने नुपुर शर्मा मामले पर कहा कि वह बीजेपी की बहुत सीनियर स्पीकर हैं. मामला अभी कोर्ट में है. नुपुर शर्मा को सजा देना प्रधानमंत्री का काम नहीं है. हमें लोकतंत्र टीएमसी से सीखने की ज़रूरत नहीं है. महिला विधायकों को विधानसभा में पीटा गया है. इसपर मामले पर मंत्री डॉ. शशि पांजा और अग्निमित्रा पॉल मंच पर ही बहस करते नजर आए.