
कोविड संकट के दौरान विदेश यात्राओं पर लगा प्रतिबंध अब धीरे-धीरे हट रहा है. इस बीच ब्रिटेन की यात्रा करने की सोच रहे भारतीयों के लिए एक राहत भरी खबर है. ब्रिटेन में जेब ढीली करने वाले कोविड RT-PCR टेस्टों को 1 अक्टूबर से बंद किया जा सकता है. हालांकि, अभी भी यह साफ नहीं है कि ब्रिटेन भारतीय वैक्सीनों को मान्यता देने के बारे में क्या विचार कर रहा है.
दरअसल, ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने हाल में बयान दिया है कि जल्द महंगे RT-PCR टेस्ट को बंद किया जा सकता है. बता दें कि ब्रिटेन ने दूसरे देशों को रेड और अम्बर कैटेगिरी में बांटा हुआ है. भारत पहले रेड कैटेगिरी में था और अब अम्बर कैटेगिरी में है. अब 1 अक्टूबर से पीसीआर टेस्ट के साथ-साथ क्वारंटाइन नियमों में भी कुछ छूट दी जा सकती है.
वैक्सीन पर सवाल बरकरार
टेस्ट के अलावा भारतीयों के लिए दूसरी चिंता वैक्सीन को लेकर है. दरअसल, यूके ने अभी कोविशील्ड को भी मान्यता नहीं दी है. जबकि यूके में इसे ही एस्ट्राजेनिका की वैक्सीन के दूसरे नाम से बेचा जा रहा है. फिलहाल यूके में नियम यह है कि उन्हीं वैक्सीन को मान्यता मिलेगी जिनको यूके, यूएस और यूरोप में लगवाया गया हो. बाकी देशों के लोगों को वैक्सीन लगवाने के बावजूद वहां पहुंचने पर क्वारंटाइन में रहना पड़ता है और कई बार RT-PCR टेस्ट कराना पड़ता है. इसको लेकर वहां के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने सवाल उठाए थे. उन्होंने इसे भेदभाव करने वाला बताया था.
बातचीत में टीवी कलाकार और एंकर सौम्या टंडन ने भी ऐसे नियमों पर दुख जाहिर किया. सौम्या का परिवार लंदन में है और वह दो साल से उनसे नहीं मिली हैं.
फिलहाल ब्रिटेन ने ये नियम लागू किए हैं, जिनमें से कुछ को 1 अक्टूबर से खत्म किया जा सकता है
1. ब्रिटेन की फ्लाइट पकड़ने से तीन दिन पहले कोविड टेस्ट कराना होता है.
2.पहुंचने के दूसरे दिन और 8वें दिन आरटी-पीसीआर टेस्ट होता है. इनकी बुकिंग भी भारत से टेकऑफ करने से पहले करनी होगी.
3.भारत में अगर कोरोना टीका लगवा भी लिया है तब भी वहां पहुंचकर 10 दिन क्वारंटाइन में रहना होगा. 18 साल से कम के बच्चों पर यह अप्लाई नहीं होगा.
4. अगर 11 साल से कम उम्र है तो जाने से पहले कोविड टेस्ट नहीं कराना. लेकिन पहुंचकर दूसरे दिन टेस्ट होगा. 5 साल के बच्चों को टेस्ट से छूट.