
नौसेना के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को बताया कि भारतीय हमास-इजरायल के बढ़ते संघर्ष को देखते हुए नौसेना पश्चिम एशिया के घटनाक्रम पर नजर रख रही है. इसके अलावा नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में चीनी नौसेना की गतिविधियों पर भी पैनी नजर बनाए हुए हैं.
हिंद महासागर में नौसेना की पैनी नजर
ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 के एक सत्र में कई सवालों का जवाब देते हुए, पश्चिमी नौसेना कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना पश्चिम एशिया में हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधियों या घटनाओं के संभावित प्रभाव से पूरी तरह वाकिफ है. उन्होंने कहा, 'इस समय नौसेना मुख्यालय या कमान मुख्यालय में कोई न कोई लगातार इस पर काम कर रहा है कि पश्चिम एशिया में जो कुछ भी हो रहा है, (हमास-इजरायल संघर्ष का संदर्भ) उसके बाद क्या हो सकता है. जहां तक चीनियों का सवाल है, वे दक्षिण चीन सागर में जो कुछ भी कर रहे हैं, उस पर हमारी पैनी नजर है.'
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वाइस एडमिरल ने कहा कि जहां तक चीनियों का सवाल है, वे दक्षिण चीन सागर में जो कुछ भी कर रहे हैं उस पर हम पैनी नजर रख रहे हैं. वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, 'हिंद महासागर में, हम इस बात पर कड़ी नजर रख रहे हैं कि उनके रिसर्च जहाज, जासूसी जहाज, उपग्रह ट्रैकिंग जहाज, युद्धपोत हर घंटे कहां हैं.'
गृह राज्य मंत्री बोले- भारत की जिम्मेदारी बढ़ गई है
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, वरिष्ठ नौसेना कमांडर ने यह भी कहा कि पिछले 10-15 वर्षों में समुद्री डकैती लगातार चुनौतियों में से एक रही है. यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समन्वय के माध्यम से काफी हद तक नियंत्रण में है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि भारत के बढ़ते कद के साथ हिंद महासागर में इसकी जिम्मेदारी भी बढ़ रही है.
इस अवसर पर, भारतीय तटरक्षक बल के अतिरिक्त महानिदेशक एस परमेश ने खतरों का बेहतर तरीके से आंकलन करने की बात कही. उन्होंने समन्वित प्रतिक्रिया के लिए सामूहिक रूप से सूचनाओं का आदान-प्रदान को बढ़ाने पर जोर दिया. परमेश ने कहा, 'सैटेलाइट से निगरानी और मानवरहित ड्रोन जैसी प्रौद्योगिकियों में निवेश से समुद्री सुरक्षा प्रयासों में काफी वृद्धि होगी.'
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आपको बता दें कि इजरायल और हमास के बीच बीते 7 अक्टूबर से जंग जारी है. जंग की शुरूआत तब हुई जब गाजा पट्टी में स्थित सशस्त्र हमास आतंकवादियों ने जल, थल और नभ से इजरायल पर भीषण हमला करते हुए सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया. जंग जारी होने के बाद अभी तक दोनों तरफ से पांच हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. आधिकारिक इजरायली सूत्रों के मुताबिक, इजरायल में कम से कम 1,400 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं.