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नेवल बेस के आसपास ड्रोन उड़ाने पर लगा प्रतिबंध, नियम टूटने पर नौसेना करेगी कार्रवाई

भारतीय नौसेना ने कहा है कि कोई भी गैर-परंपरागत हवाई यंत्र या रिमोट संचालित ड्रोन नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो उसे नष्ट या जब्त कर लिया जाएगा.

नेवल बेस के आस-पास ड्रोन उड़ाने पर लगा प्रतिबंध ( सांकेतिक फोटो) नेवल बेस के आस-पास ड्रोन उड़ाने पर लगा प्रतिबंध ( सांकेतिक फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 12:17 AM IST
  • जम्मू ड्रोन अटैक के बाद लिया गया फैसला
  • नियम टूटने पर नौसेना करेगी कार्रवाई
  • नेवल बेस के आसपास ड्रोन उड़ाने पर लगा प्रतिबंध

भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ओर से शक्रवार को एक बड़ा फैसला लिया गया. नए आदेश के बाद अब नौसेना के नेवल बेस के आसपास किसी भी तरह का ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकेगा. ड्रोन और UAVs दोनों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. ये अहम फैसला उस समय लिया गया है जब जम्मू में हाल ही में एक ड्रोन अटैक हुआ था.

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नौसेना ने अपने एक बयान में कहा है कि कोई भी गैर-परंपरागत हवाई यंत्र या रिमोट संचालित ड्रोन नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो उसे नष्ट या जब्त कर लिया जाएगा. वहीं आरोपी के खिलाफ भी आईपीसी की धारा 121, 121 ए, 287, 336, 337, और 338 कार्रवाई की जाएगी.

बताया गया है कि अब नेवल बेस के तीन किलोमीटर के दायरे में किसी भी तरह के ड्रोन को नहीं उड़ाया जा सकेगा. ड्रोन अटैक के खतरे को देखते हुए नौसेना ने ये सावधनी बरतने का फैसला लिया है.

नियम टूटने पर नौसेना करेगी कार्रवाई

इससे पहले जम्मू में भी ड्रोन अटैक के बाद बड़ा और जरूरी फैसला लिया गया था. राजभवन और सचिवालय को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया था. ऐसे में उस इलाके में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. ये फैसला इसलिए लिया गया था क्योंकि कुछ दिनों में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इलाके में किसी जरूरी कार्यक्रम के लिए आने वाले थे. ऐसे में उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया था.

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श्रीनगर में भी पहले से ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी जारी है. अब भारतीय नौसेना ने भी ये फैसला ले लिया है. सेना की तरफ स्पष्ट कहा गया है कि ड्रोन के जरिए हमला ज्यादा ताकतवर और खतरनाक हो सकता है, ऐसे में समय रहते हर जरूरी कदम का उठाना जरूरी है.

जम्मू ड्रोन अटैक की बात करें तो उस हमले के जरिए जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर खड़े एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर को टारगेट करने की कोशिश की गई थी. अब आतंकी अपने मंसूबों में तो कामयाब नहीं हो पाए लेकिन उस एक घटना ने देश की सुरक्षा को लेकर सरकार और सेना को फिर चिंता में डाल दिया. ऐसे में अब एक तरफ नई तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे जरूरी कदम भी उठाए जा रहे हैं.

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