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Indian Railways: कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए रेलवे अस्पतालों को किया जा रहा मॉडिफाई

Indian Railways Covid Relief: रेलवे अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, साथ ही साथ बच्चों के लिए स्पेशल ICU वार्ड भी तैयार किए जा रहे हैं ताकि आपात स्थिति में अगर बच्चे कोरोना प्रभावित होते हैं तो उनको समय से बेहतर इलाज दिया जा सके.

Railway Hospital: Railway Hospital:
उदय गुप्ता
  • चन्‍दौली,
  • 25 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST
  • अस्‍पतालों में ऑक्‍सीजन की उपलब्‍धता बढ़ाई जा रही है
  • नये ICU बेड्स भी जोड़े जा रहे हैं

Indian Railways Covid Relief: कोरोना की दूसरी लहर तो लगभग थम चुकी है लेकिन तीसरी लहर की आशंका ने चिंता बढ़ा दी है. कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह से त्राहिमाम मचा था उसको देखते हुए हर तरफ तैयारियां की जा रही है. इसी कड़ी में भारतीय रेलवे भी कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर अपनी तैयारियों में जुट गया है. रेलवे अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, साथ ही साथ बच्चों के लिए स्पेशल ICU वार्ड भी तैयार किए जा रहे हैं ताकि आपात स्थिति में अगर बच्चे कोरोना प्रभावित होते हैं तो उनको समय से बेहतर इलाज दिया जा सके.

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गौरतलब है कि भारतीय रेलवे देश की लाइफ लाइन कही जाती है और रेलवे को संचालित करने वाले रेल कर्मियों के इलाज के लिए रेलवे ने अस्पताल स्थापित किए हुए हैं. यहां रेल कर्मियों और उनके परिजनों का इलाज किया जाता है. लेकिन पिछले दिनों कोविड महामारी के दौरान रेलवे अस्पतालों की चुनौतियां भी काफी बढ़ गई थी. ऐसे में तीसरी लहर के मद्देनजर भारतीय रेलवे अपने अस्पतालों को पहले से ही चाक-चौबंद कर रहा है. इसी कड़ी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के मंडलीय अस्पताल सहित रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले रेलवे के अन्य अस्पतालों को भी चाक-चौबंद किया जा रहा है और बेहतर मेडिकल सुविधाओं के साथ तैयारियां की जा रही है.

बताते चलें कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल में कुल तकरीबन साढे चौदह हजार रेल कर्मी काम करते हैं जिनके इलाज की जिम्मेदारी मंडल अस्पताल सहित रेलवे के अन्य अस्पताल उठाते हैं. रेलवे ने कुछ अन्य प्राइवेट बड़े अस्पतालों के साथ भी टाईअप किया हुआ है जहां रेल कर्मियों का इलाज कराया जाता है और इलाज के खर्चे का भुगतान रेलवे करती है. लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए रेलवे अस्पतालों को मॉडिफाई किया जा रहा है और कोविड के मरीजों के के इलाज के लिए बेहतर संसाधन स्थापित किए जा रहे हैं .दीनदयाल नगर स्थित मंडल रेल अस्पताल में बच्चों के लिए आधुनिकतम उपकरणों से युक्त 5 बेड का आईसीयू बेड सहित 15 वेंटिलेटर युक्त स्पेशल वार्ड स्थापित किया गया है. साथ ही ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता का एक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा रहा है.

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रेल मंडल के DRM राजेश कुमार पांडेय ने बताया "भारतीय रेलवे के साथ साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल में भी संपूर्ण तैयारियां की जा रही हैं. सेकंड वेब में ऑक्सीजन की समस्या हुई थी जिसको देखते हुए हमारे अस्पताल में 500 लीटर प्रति मिनट का एक आक्सीजन प्लांट भी लगना है. पहले हम ऑक्सीजन को टंकी के थ्रू सप्लाई करते थे लेकिन अब हम पाइपलाइन से ऑक्सीजन सप्लाई करेंगे. बच्चों के लिए 5 बेड का स्पेशल आईसीयू भी बनाया गया है. साथ ही साथ 10 और बेड मॉडर्न वेंटिलेटर के साथ तैयार किए गए हैं. कोविड संबंधित सभी तरह की मेडिसिंस उपलब्ध करा दी गई है. हमारे मंडल का गया रेलवे स्टेशन एक महत्वपूर्ण स्टेशन है वहां पर भी स्थित अस्पताल में ऑक्सीजन की पाइप लाइन लगा दी गई है. डेहरी आन सोन में भी ऑक्सीजन और एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है. वहां के अस्पताल में भी अत्याधुनिक सुविधाओं को उपलब्ध कराया जा रहा है. मंडल में कुल 14555 एंपलाई हैं इन सभी का हमने हंड्रेड परसेंट वैक्सीनेशन भी करा दिया है. हम इस बात को लेकर के तैयार हैं कि हमारे रेल परिवार को जो भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकती है वह उपलब्ध करा रहे हैं."

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