
भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है क्योंकि देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना ट्रेनों में सफर करता है. यात्रा के दौरान आईआरसीटीसी द्वारा ट्रेनों में यात्रियों को खाने-पीने का सामान उपलब्ध कराया जाता है. समय-समय पर आईआरसीटीसी खाने-पीने के सामानों की कीमतों में संशोधन तो करता ही है. साथ ही साथ अपने मेन्यू में भी बदलाव करता है और यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए खानपान की अलग-अलग आइटम को अपने मैन्यू में शामिल करता रहता है. हाल ही में इस तरह की खबरें वायरल हो रही हैं कि आईआरसीटीसी ने खानपान के सामानों में मूल्य वृद्धि कर दी है, जिसको लेकर के पैसेंजर्स भी असमंजस की स्थिति में है.
IRCTC ने कही ये बात
एक तरफ तो रेलवे ने कई तरह के मिलने वाले कंसेशन को बंद कर दिया है, इस बात को लेकर ही अभी रेल यात्री काफी परेशानी महसूस कर रहे हैं और इस इंतजार में है कि रेलवे की तरफ से मिलने वाली विभिन्न कैटेगरी में रियायत एक अब दोबारा लागू होगी. इसी बीच आईआरसीटीसी द्वारा खाने-पीने के सामानों की मूल्य वृद्धि की खबर ने उनके होश उड़ा दिए हैं, लेकिन आईआरसीटीसी और इंडियन रेलवे ने इस बात का खंडन किया है.
IRCTC का कहना है कि हाल फिलहाल यात्रा के दौरान यात्रियों को उपलब्ध कराए जाने वाले खाने-पीने के सामान की कीमतों में किसी भी तरह के बदलाव नहीं किए गए हैं.
रेलवे की ओर से मिली जानकारी
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि आईआरसीटीसी द्वारा किसी भी सामान के मूल्य में वृद्धि नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि पुराना मेन्यू अपने पुराने मूल्य के साथ उपलब्ध है. यात्रियों को ज्यादा विकल्प प्रदान करने हेतु अतिरिक्त अला कार्ट मेन्यू लागू किया गया है. ताकि यात्रा के दौरान यात्रियों को उनकी इच्छा के अनुसार खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध हो पाए.
वहीं, इस संदर्भ में हमने आईआरसीटीसी के पीआरओ सिद्धार्थ सिंह से बात की तो उन्होंने भी इस बात की जानकारी दी कि आईआरसीटीसी द्वारा खानपान की सामग्रियों की कीमतों में किसी भी तरह की मूल्य वृद्धि नहीं की गई है.