
भारत में तेज गति से चलने वाली ट्रेन की परिकल्पना लगभग अब सच होने की स्थिति में है. रेलवे की कोशिश है वंदे भारत, शताब्दी या फिर राजधानी की स्पीड को 130 से 160 तक के ट्रैक पर रखा जाए. सेमी हाई स्पीड ट्रेन की दिशा में वंदे भारत ने अब तक कई नए आयाम स्थापित किए हैं. जानिए कैसे 300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की ट्रेन का सपना साकार होगा.
एशिया का पहला स्पीड टेस्ट ट्रैक तैयार
भविष्य कई बार वर्तमान को दिशा देने का काम करता है. हम जब भी विदेशों की हाई स्पीड ट्रेन को देखते हैं तो ये सोचते हैं कि आखिर कब भारत में भी 300 या 400 किमी की रफ्तार से ट्रेन पटरी पर दौड़ेगी. भारतीय रेलवे इसके लिए प्रयासरत है. रेलवे ने एशिया का पहला स्पीड टेस्ट ट्रैक तैयार किया है. इसमें नए-नए मॉडल तैयार किए जाएंगे और साथ में उन मॉडल को चेक भी इस ही ट्रैक पर किया जाएगा.
इन टेस्टिंग ट्रैक ने पुल निर्माण की तकनीक को बदला
असल में रेलवे की कोशिश है कि नए-नए ट्रैक तैयार किए जाएं. बुलेट ट्रेन के लिए अहमदाबाद से मुंबई का काम लगातार चल रहा है. इसके अलावा भविष्य में यात्रियों को गति के साथ उनके गंतव्व तक लाया जाए, उसकी पहल भी रेलवे करेगा. इन टेस्टिंग ट्रैक ने पुल निर्माण की तकनीक को बिल्कुल बदल दिया है.
रेलवे अभी 65 km तक इस ट्रैक को बनाने की तैयारी कर रहा है. ये पहला ऐसा ट्रैक होगा जिसे देश की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर फैसले लिए गए. जैसे पहाड़ी इलाकों में तेज रफ्तार में कैसे ट्रेन चलेगी इसके लिए टेस्टिंग पटरी को घुमावदार कर दिया गया, मैदानी इलाकों में कैसे ट्रेन चलेगी उसके लिए ट्रैक को तैयार किया गया है.