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3000 फीट की ऊंचाई पर एक दूसरे से टकराने से बचे इंडिगो के 2 विमान, ऐसे टला बड़ा हादसा

इंडिगो के दो विमान एक दूसरे से टकराने से बच गए हैं. ये हादसा 9 जनवरी का है जब बेंगलुरु एयरपोर्ट से ही दोनों विमान ने उड़ान भरी थी. लेकिन फिर एक वक्त ऐसा आया जब दोनों विमान एक दूसरे के काफी करीब आ गए.

एक दूसरे से टकराने से बचे इंडिगो के 2 विमान एक दूसरे से टकराने से बचे इंडिगो के 2 विमान
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 10:49 PM IST
  • दोनों विमान ने बेंगलुरु एयरपोर्ट से भरी थी उड़ान
  • कुल 426 यात्रियों की जान खतरे में पड़ी

बेंगलुरू एयरपोर्ट पर 9 जनवरी को एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया. दो विमान एक दूसरे के काफी करीब आ गए और टक्कर होने से ठीक पहले दिशा बदल दी गई. ये घटना इंडिगो की फ्लाइट 6E 455 बेंगलुरु से कोलकाता और 6E 246  बेंगलुरु से भुवनेश्‍वर के साथ हुई.

इस घटना को लॉगबुक में दर्ज नहीं किया गया है और AAI की तरफ से भी कोई सूचना नहीं दी गई. लेकिन अब दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है. जानकारी दी गई है कि 9 जनवरी को मात्र पांच मिनट के अंतराल में इंडियो के ये दोनों विमान बेंगलुरु एयरपोर्ट से उड़ान भरे थे. लेकिन फिर 3000 फीट की ऊंचाई पर ये एक दूसरे के काफी करीब आ गए.

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लेकिन तब अप्रोच रडार कंट्रोलर ने तुरंत डायवर्जिंग हेडिंग का संकेत दिया और ऐन वक्त पर विमानों ने अपनी दिशा बदली. इस वजह से एक भयंकर हादसा टल गया और कई यात्रियों की जान भी. इस बारे में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रमुख अरुण कुमार ने कहा है कि नियमों के अनुसार एक्शन लिया जाएगा. अभी जांच जारी है और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.

जानकारी के लिए बता दें कि बेंगलुरू-कोलकाता फ्लाइट में कुल 176 यात्री ट्रैवल कर रहे थे. उस फ्लाइट में कुल 6 क्रू मेंबर भी सवार थे. वहीं भुवनेश्वर वाली फ्लाइट की बात करें तो उसमें 238 यात्री सवार थे. ऐसे में एक बड़ा हादसा सीधे 426 यात्रियों की जान को खतरे में डाल सकता था. लेकिन क्योंकि अप्रोच रडार कंट्रोलर की जबरदस्त मुस्तैदी रही, ऐसे में समय रहते बड़ा हादसा टाल दिया गया. विमान को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.

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