
सांपों का जहर ड्रग्स के नशे से भी ऊपर हो गया है. यह काफी महंगा है. जिन लोगों को अब ड्रग्स में भी मजा नहीं आ रहा, वे लोग अब सांपों के जहर का इस्तेमाल करते हैं. जिन सांपों के जहर को लोग नशे के लिए इस्तेमाल करते हैं, उन सांपों को पहले एक इंजेक्शन लगाया जाता है, ताकि सांप का जहर जानलेवा न रहे. इंजेक्शन लगाकर उस जहर को हल्का कर दिया जाता है.
इंजेक्शन लगने के बाद जब सांपों का जहर हल्का हो जाता है, तो इन सांपों से लोग खुद को कटवाते हैं, जिसे स्नेक बाइट कहते हैं. यह जहर पांच से छह दिन तक इंसान के शरीर में असर रखता है. कोबरा के 1ML जहर की कीमत बाजार में 10 हजार से 25 हजार रुपये तक होती है, जो चोरी छिपे बिकता है.
जिनका काटा पानी भी नहीं मांगता, उसके जहर में तलाशा जा रहा सुरूर
जहरीले सांप... जिन्हें देखकर ही जिस्म सिहर जाता है. जिनका काटा पानी भी नहीं मांगता, उन सांपों के जहर में अब इंसान सुरूर और नशा तलाश करने लगा है. सांप का ये जहरीला नशा दिल्ली और मुंबई की पार्टियों में इस कदर फैल चुका है कि इसका धंधा करने वालों की चांदी हो रही है. सांप के हलक से निकाले जाने वाले जहर की कीमत करोड़ों में है.
अगर जहरीला सांप किसी को काट ले तो कुछ ही समय में जुबान अकड़ने लगती है. शरीर नीला पड़ने लगता है. सांसें साथ छोड़ने लगती हैं, ये अब सांप का विष बड़ी-बड़ी पार्टियों में नशे की चीज बन रहा है. ये नशा सबसे महंगा नशा बताया जा रहा है.
ड्रग्स डिपार्टमेंट, वन विभाग और नोएडा पुलिस ने मारा था छापा
ड्रग्स डिपार्टमेंट के अलावा वन विभाग और नोएडा पुलिस की टीम ने शिकायत के आधार पर छापेमारी की थी, जिसमें राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. यह मामला वन्यजीव संरक्षण से जुड़ा हुआ है.
इन आरोपियों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने यूट्यूबर एल्विश यादव का नाम सामने आया. इसके बाद पुलिस ने एल्विश पर एफआईआर दर्ज की. आरोप है कि नोएडा में होने वाली रेव पार्टी में न सिर्फ सांपों के जहर का इस्तेमाल होता था, बल्कि विदेशी लड़कियां भी बुलाई जाती थीं.
पुलिस ने पांचों आरोपियों के पास से सांप बरामद किए हैं, इन सांपों की खरीद-फरोख्त प्रतिबंधित है. ऐसे में एल्विश पर जो धाराएं लगाई गई हैं, वो गैर जमानती हैं.
एल्विश पर एफआईआर को लेकर क्या बोले थे डीसीपी?
DCP विशाल पांडे ने कहा था कि एल्विश यादव ने मुखबिर को राहुल का नंबर दिया था. राहुल एक संंपेरा है. पुलिस को मौके से 20ml जहर मिला है. कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. जो जहर बरामद हुआ है, उसे जांच के लिए FSL लैब भेजा गया है.