Advertisement

INS Mormugao: 18 को नौसेना में शामिल होगा नया और घातक मिसाइल डेस्ट्रॉयर, बराक-ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस

Indian Navy के तरकश में अब एक और अत्याधुनिक स्वदेशी तीर जुड़ने जा रहा है. यह भारत के लिए खतरनाक हथियार है. इसका नाम है INS Mormugao. यह स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर है. इसमें लगाए गए 75% उपकरण और हथियार भारत में बने है. 18 दिसंबर 2022 को इसकी कमीशनिंग हो रही है.

ये है भारत का नया स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS Mormugao. (फोटोः Indian Navy) ये है भारत का नया स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS Mormugao. (फोटोः Indian Navy)
पारस दामा
  • मुंबई,
  • 15 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:54 PM IST

मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड पर बनाए गए INS Mormugao में अनगिनत खूबियां हैं. इस स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर को आधुनिक युद्ध के लिए बनाया गया है. यह युद्धपोत भारतीय नौसेना के जंगी जहाजों के बेड़े में सबसे सक्षम और आधुनिक हथियारों से लैस है. इसकी सबसे खास बात ये है कि इसकी बाहरी परत को स्पेशल स्टील से बनाया गया है, ताकि दुश्मन राडार पर इसे लोकेट न कर पाए.  

Advertisement

INS Mormugao में मध्यम दूरी की सतह से हवा में वार करने वाली SAM मिसाइलें, सतह से सतह पर वार  करने वाली STS मिसाइलें, टॉरपीडो ट्यूब और लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी रॉकेट लॉन्चर, सुपर रैपिड गन माउंट के अलावा, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम लगे हैं. ऑटोमेटेड पावर मैनेजमेंट सिस्टम, फोल्डेबल हैंगर डोर्स, हेलो ट्रैवर्सिंग सिस्टम, क्लोज-इन वेपन सिस्टम और बो माउंटेड सोनार सामिल है.

INS Mormugao की लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर और 7500 टन का विस्थापन है. जहाज को चार शक्तिशाली गैस टर्बाइनों से ऊर्जा प्राप्त होगी. जो इसे 48 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार देगी. इस युद्धपोत के नौसेना में शामिल होने के बाद भारत की ताकत में तीन गुना इजाफा हो जाएगा. 15बी श्रेणी के दूसरा स्वदेशी स्टील्थ विध्वंसक मोरमुगाओ जहाज परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्ध के समय भी बचाव करने में सक्षम है. इसी प्रोजेक्ट के पहले जहाज आईएनएस विशाखापत्तनम को पिछले साल भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था. 

Advertisement

इस पर ब्रह्मोस, बराक-8 जैसी 8 मिसाइलें लगाई जाएंगी. देश के सबसे आधुनिक एडवांस्ड गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर में इजरायल का मल्टी फंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट रडार ‘एमएफ-स्टार’ लगा है. यह कई किलोमीटर दूर से हवा में मौजूद लक्ष्य को पहचान लेगा, जिससे सटीक निशाना लगा सकेंगे. यह उड़ते विमान पर 70 किलोमीटर और जमीन या समुद्र पर मौजूद लक्ष्य पर 300 किलोमीटर दूर से निशाना लगाने में सक्षम है. 

आईएनएस मोरमुगाओ 127 मिलीमीटर गन से लैस है. इसमें एके-630 एंटी मिसाइल गन सिस्टम भी है. मोरमुगाओ पर दो आरबीईयू-6000 एंटी सबमरीन रॉकेट लांचर भी लगे हैं. इस पर बेहद खराब मौसम के दौरान भी नौसेना के हेलीकॉप्टर लैंड कर सकेंगे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement