
संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर में शांति बहाली की मांग को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में इंटरनेट पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया है. तीन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है ताकि लोगों को अपने घरों से बाहर आने से रोका जा सके.
मणिपुर सरकार के गृह विभाग ने मंगलवार दोपहर 3 बजे से पांच दिनों के लिए राज्य में 'लीज लाइन्स, वीएसएटी, ब्रॉडबैंड और वीपीएन सेवाओं सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने' का आदेश जारी कर दिया है.'
सभी स्कूल-कॉलेज बंद
मणिपुर के तीन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जिसमें इम्फाल पूर्व और इम्फाल पश्चिम में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जबकि थौबल में बीएनएसएस की धारा 163 (2) के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है. शिक्षा अधिकारियों ने घोषणा की है कि मणिपुर में सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूल और कॉलेज 11 और 12 सितंबर को बंद रहेंगे.
पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
मणिपुर में एक बार फिर हालात बिगड़ते जा रहे हैं. स्थिति को काबू में करने के लिए दंगा नियंत्रण वाहनों के साथ आरएएफ को बुलाया गया है. प्रदर्शनकारियों ने सड़कें ब्लॉक कर दी हैं और पुलिस को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है. लगातार पथराव हो रहा है. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए दूसरी तरफ से पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे हैं.
मणिपुर में हिंसा का नया दौर
सितंबर के पहले हफ्ते से मणिपुर में हिंसा का वही रूप देखने को मिल रहा है जो 2023 में जुलाई, अगस्त के महीने में देखा गया था. ड्रोन से हवाई बमबारी से लेकर आरपीजी लॉन्च करने और अत्याधुनिक हथियारों के इस्तेमाल ने स्थिति को संवेदनशील बना दिया है. घाटी में हत्याओं के बाद कोओर्डिनेटिंग कमेटी की ओर से 'सार्वजनिक आपातकाल' की घोषणा की गई है.