
पश्चिम बंगाल कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रसून बनर्जी ने वीआरएस ले लिया है. उनके राजनीति में उतरने की संभावना है. वह 10 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाले टीएमसी की रैली में पार्टी में शामिल हो सकते हैं. तृणमूल उन्हें बालुरघाट लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के खिलाफ चुनाव लड़ा सकती है. बनर्जी की आखिरी पोस्टिंग रायगंज रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के रूप में थी. वह आम जनता के बीच लोकप्रिय हैं और टीएमसी के लिए अच्छा दांव हैं. प्रसून बनर्जी मालदह और दिनाजपुर के प्रभारी एसपी थे. बाद में उन्हें रायगंज रेंज का आईजी नियुक्त किया गया.
प्रसून बनर्जी कई प्ले, डॉक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्म का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने एक डॉक्यूमेंट्री का को-डायरेक्शन भी किया है, जिसे दादा साहब फाल्के अवार्ड के लिए चुना गया था. उन्होंने अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना की मृत्यु के बाद फुटबॉल पर बंगाली में 'ब्यातार एलेम छिल्लो' शीर्षक से एक शॉर्ट स्टोरी भी लिखी है. बंगाली के हिट सीरियल 'देशेर माटी' में प्रसून बनर्जी ने आईपीएस अधिकारी 'अविमन्यु दासगुप्ता' का किरदार निभाया है. उन्होंने 'पैराडाइज लॉस्ट: फ्रॉम डैजल टू डेस्पायर' नाम की एक डॉक्यूमेंट्री का डायरेक्शन भी किया है, जो उत्तरी बंगाल में जमींदारी प्रथा पर आधारित है.
बंगाल में यह पहली बार नहीं है जब किसी आईपीएस अधिकारी ने चुनाव लड़ने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली हो. इससे पहले 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी आईपीएस अधिकारी हुमायूं कबीर ने वीआरएस लिया था और टीएमसी में शामिल हुए थे. उन्होंने अपने पैतृक शहर डेबरा से चुनाव लड़ा और जीते भी. 10 मई, 2021 को उन्हें कैबिनेट राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया. 3 अगस्त, 2022 को उन्हें कैबिनेट से हटा दिया गया. एक न्यूज पेपर को दिए इंटरव्यू में प्रसून बनर्जी ने अपने फ्यूचर प्लान के बारे में बात करते हुए कहा था, 'वंस ए कॉप, ऑलवेज ए कॉप. मैं अपनी सेवा पूरी ईमानदारी से करता रहूंगा. मेरे पास विभिन्न टीवी चैनलों से बहुत सारे एक्टिंग ऑफर्स हैं. रिटायरमेंट के बाद उस पर विचार करूंगा'.