
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली से एक ISIS के सदस्य को गिरफ्तार किया है. वह आतंकवादी समूह के लिए पैसा इकट्ठा कर रहा था. एंटी टेरर एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाले मोहसिन अहमद को शनिवार को बाटला हाउस स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया.
प्रवक्ता ने कहा कि NIA ने आरोपी के आवासीय परिसरों में तलाशी ली और बाद में उसे ISIS की ऑनलाइन और जमीनी गतिविधियों से संबंधित मामले में गिरफ्तार कर लिया. NIA ने 25 जून को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था.
भारत और विदेशों में ISIS से कनेक्शन
प्रवक्ता ने कहा कि अहमद ISIS का कट्टर और सक्रिय सदस्य है. उसे भारत और विदेशों में ISIS से जुड़ाव और फंड इकट्ठा करने में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. NIA ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है.
कई जगह छापे
31 जुलाई को आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने छह राज्यों में तलाशी ली थी. मध्य प्रदेश के भोपाल और रायसेन, गुजरात में भरूच, सूरत, नवसारी और अहमदाबाद, बिहार के अररिया, भटकल और तुमकुर शहर में संदिग्ध व्यक्तियों के 13 परिसरों में तलाशी ली गई थी. महाराष्ट्र में कर्नाटक, कोल्हापुर और नांदेड़ और उत्तर प्रदेश के देवबंद भी तलाशी ली गई थी.
क्रिप्टोकरेंसी की मदद से आतंकियों को फंडिंग
जानकारी के मुताबिक, मोहसिन क्रिप्टोकरेंसी की मदद से आतंकियों को फंडिंग करता था. केंद्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि मोहसिन अहमद आईएसआईएस के लिए ऑनलाइन और ऑनग्राउंड काम कर रहा था.
आरोपी मोहसिन अहमद आईएसआईएस का कट्टर और सक्रिय सदस्य है. वह आईएसआईएस की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए इन फंडों को क्रिप्टोकरेंसी के रूप में सीरिया और अन्य स्थानों पर भेज रहा था.
6 महीने से बटला हाउस में किराए पर रह रहा था
वह पिछले 6 महीने से बटला हाउस में किराए पर रह रहा था. साथ मे कुछ और साथी थे लेकिन उन्हें इसके इन कारनामों की जानकारी नहीं थी. एनआईए को जांच के दौरान मोहसिन की सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी, इसके बाद इसपर रेड की गई.
ऑनलाइन ISIS का प्रोपेगैंडा
जांच में पता लगा कि सोशल मीडिया के जरिये ये ऑनलाइन ISIS का प्रोपेगैंडा फैला रहा था, जांच आगे बढ़ी तो पता लगा कि ये खुद तो पूरी तरह रेडिक्लाइज था ही साथ में दूसरे युवकों को भी बहका रहा था. सूत्रों के मुताबिक ये ISIS के लिए हिंदुस्तान में फंड इक्क्ठा कर रहा था.
वह बहुत टेक्नोसेवी था, इसलिए एजेंसियों से बचने के लिए बातचीत के लिए एप का इस्तेमाल करता था. आगे कि जांच में मोहसिन से पूछताछ की जा रही है कि वो कब isis से जुड़ा और कैसे? इसकी मदद कौन कर रहा है, इसे पैसे कौन दे रहा था.