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गाजियाबाद में कुत्ते के काटने से बच्चे की मौत का मामला SC में उठा, स्वत: संज्ञान लेने की अपील

गाजियाबाद में रेबीज का एक मामला सामने आया था. यहां 14 साल के लड़के में रेबीज के लक्षण नजर आए थे. वह हवा-पानी से डरने लगा था और अंधेरे में रहने लगा था. लड़के की खराब हालत को देखते हुए परिजन उसे अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने भर्ती करने से इंकार कर दिया. साबेज को उचित इलाज नहीं मिला और उसकी मौत हो गई.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 11 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:56 PM IST

गाजियाबाद में रैबीज से तड़प तड़प कर बच्चे की मौत का मामला सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में उठा. कोर्ट से इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने की मांग की गई. सॉलिसीटर जनरल ने इस मामले की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को दी. इस पर सीजेआई ने कहा कि हम इसे देखेंगे. 

दरअसल, सोमवार को किसी मामले में सुनवाई के दौरान एक वकील हाथ में पट्टी बांधे पेश हुए. इस पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने उनसे वजह पूछी. इस पर वकील ने बताया कि उनपर 5 कुत्तों ने घेरकर हमला किया था. उन्होंने कोर्ट से इस मामले में सुनवाई टालने की अपील की. 

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सीजेआई ने पूछा कि कुत्तों ने कहां हमला किया. क्या आपके घर के आसपास या फिर कहीं और? इस पर वकील ने कहा कि घर से निकलते ही कुत्तों ने हमला कर दिया था. सीजेआई ने कहा कि आपको मेडिकल सहायता की जरूरत हो, तो उपलब्ध करा देता हूं. 
 
इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि हाल ही में यूपी का एक वीडियो वायरल हुआ था कि एक कुत्ता एक मासूम बच्चे को काट रहा है. हम कुत्ता काटने के बाद ज्यादा इलाज पर ध्यान नहीं देते, जबकि ये बहुत गंभीर समस्या है. कुत्ता काटने के बाद रेबीज के लक्षण उभर जाएं तो अस्पताल में डॉक्टर भी हाथ खड़े कर देते. इस मामले में भी यही हुआ. अस्पताल में इसका कोई इलाज नहीं था, लिहाजा मासूम का अपने पिता की गोद में ही दम टूट गया. इसके बाद सीजेआई ने बताया कि दो साल पहले उनके एक लॉ क्लर्क पर भी कार पार्क करते समय आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था. 

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क्या हुआ था गाजियाबाद में?

गाजियाबाद में रेबीज का एक मामला सामने आया था. यहां 14 साल के लड़के की तड़प-तड़प कर मौत हो गई थी. मामला विजय नगर थाना क्षेत्र के चरण सिंह कॉलोनी का है. यहां करीब 5 दिन पहले साबेज नामक लड़के में रेबीज के लक्षण नजर आए थे. वह हवा-पानी से डरने लगा था और अंधेरे में रहने लगा था. लड़के की खराब हालत को देखते हुए परिजन उसे अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने भर्ती करने से इंकार कर दिया. साबेज को उचित इलाज नहीं मिला और उसकी मौत हो गई.

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