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ITBP के जवानों ने 15 घंटे चलकर बचाई घायल महिला की जान

जवानों ने स्ट्रेचर की मदद से महिला को अपने कंधों पर 22 अगस्त, 2020 को देर रात तक मुंसियारी मोटर मार्ग तक पहुंचाया जिसके बाद पीड़ित महिला को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. यहां उसकी स्थिति अब स्थिर है.

जवानों ने बचाई महिला की जन जवानों ने बचाई महिला की जन
कमलजीत संधू
  • पिथौरागढ़ ,
  • 23 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 4:43 PM IST
  • महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया
  • महिला पहाड़ी से नीचे गिर गई थी
  • उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है

भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के जवानों ने घायल को 40 किलोमीटर कंधों पर उठाकर रेस्क्यू किया और 15 घंटे चलकर सड़क मार्ग तक पहुंचाया. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले की अग्रिम चौकी के नजदीक सीमांत गांव लास्पा में एक स्थानीय महिला पहाड़ से गिरकर घायल हो गई थी. इसके बाद आईटीबीपी के जवानों ने उसे लगभग 40 किलोमीटर फिसलन, उफनते नालों, भूस्खलन और खतरनाक रास्तों पर पैदल चलकर मोटर मार्ग तक पहुंचाया. बाद में महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

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20 अगस्त, 2020 को स्थानीय महिला अपने घर से कुछ दूरी पर अचानक एक पहाड़ी से नीचे गिर गई थी, जिससे उसका पैर टूट गया था और उसकी स्थिति बहुत गंभीर हो गई थी. खराब मौसम होने की वजह से हेलिकॉप्टर देहरादून से बरेली तक ही आ सका, जिसके बाद आईटीबीपी के जवानों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित महिला को मुनस्यारी मोटर मार्ग तक पहुंचाने की कोशिशें शुरू कर दीं.

जवानों ने बचाई महिला की जान

जवानों ने स्ट्रेचर की मदद से महिला को अपने कंधों पर 22 अगस्त, 2020 को देर रात तक मुंसियारी मोटर मार्ग तक पहुंचाया, जिसके बाद पीड़ित महिला को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. यहां उसकी स्थिति अब स्थिर है. इस अभियान में आईटीबीपी के 25 जवानों ने लगातार पहाड़ी ढलानों और उबड़-खाबड़ रास्तों पर महिला को स्ट्रेचर के सहारे सुरक्षित स्थान सड़क मार्ग तक पहुंचाया. 

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बरसात के कारण वर्तमान में मोटर मार्ग कई स्थानों पर टूटा हुआ है, जिससे वाहन परिचालन योग्य सड़क मार्ग तक पहुंचाने में जवानों को पूरे दिन से ज्यादा का समय लग गया. पहले यह जवान अपनी चौकी से 22 किलोमीटर दूर पैदल चलकर लास्पा गांव पहुंचे और फिर स्ट्रेचर में महिला को उठाकर देर शाम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुंसियारी लेकर पहुंचे, जिसके बाद अब उसका इलाज संभव हो सका है.

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