
इत्तेहाद उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने मुसलमानों से ईद उल अजहा के दौरान कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करने की अपील की है. उन्होंने अपनी अपील में कहा, ईद उल अजहा के मौके पर कोरोना वायरस से बचाव और इसके फैलाव को रोकने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का हमें पालन करना चाहिए.
उन्होंने कहा, कुर्बानी के वक्त हम ख्याल रखें कि यह खुली जगह पर ना हो और जिन जानवरों की कुर्बानी की इजाजत भारत सरकार और शरीयत से मिली है, उन्हीं की कुर्बानी की जाए. इसके अलावा मौलाना ने कहा, कुर्बानी का गोश्त रिश्तेदारियों में एक शहर से दूसरे शहर लेकर जाने से बचें.
खुले में ना फेंके बाकी हिस्सों को
मौलाना ने कहा, सफाई ईमान का हिस्सा है. इसलिए इसका विशेष ख्याल रखें. साथ ही जानवरों के जो हिस्से बचें, उन्हें नगर पालिका की गाड़ियों में ही डालें, किसी खुली जगह ना फेंके, जिससे माहौल खराब होने का अंदेशा हो या किसी को नुकसान पहुंचें. उन्होंने कहा, कुर्बानी के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर ना करें. शरीयत इसकी इजाजत नहीं देती.
गरीबों का ख्याल रखें
उन्होंने अपील की, हम सभी लोग अपने इलाकों में गरीबों का ख्याल रखें. अल्लाह से दुआ करें कि वह हमारे मुल्क और पूरी दुनिया से इस बीमारी का जल्द से जल्द खात्मा करें और तमाम मुश्किलात को, परेशानियों को और बीमारियों को दूर फरमाए.
मस्जिदों में भीड़ ना लगाएं
उन्होंने कहा, सोशल डिस्टेन्स को ध्यान में रखते हुए मस्जिदों, मदरसों पर भीड़ ना लगाएं. टोलियां बना कर रास्तों पर न घूमें और रास्तों-चौराहों पर भीड़ न लगाएं. नौजवान गाड़ी या बाइक लेकर रास्तों पर न निकलें. मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. उन्होंने नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आम जनता को समझाने का काम करें.
उन्होंने कहा, कोरोना वायरस से लड़ने में मदद कर रहे प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस, डॉक्टर्स, सफाई कर्मचारी व अन्य मदद करने वालों का सम्मान करें और उनका साथ दें. और अफवाहों पर ध्यान न दें.