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'जिनके हाथ मासूमों के खून से रंगे...', UNSC में अफगान संकट पर बात, जयशंकर ने पाकिस्तान को घेरा

UNSC में जयशंकर ने कहा कि भारत ने आतंकवाद को कई मौकों पर झेला है. इसमें उदाहरण गिनाते हुए वह बोले, '2008 का मुम्बई हमला हमारी यादों में जिंदा है. 2016 का पठानकोट एयर बेस हमला, फिर पुलवामा में आत्मघाती हमला, ये सब ताजा उदाहरण हैं. हमें इस बुराई से कभी समझौता नहीं करना चाहिए.'

विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो) विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 7:26 AM IST
  • विदेश मंत्री जयशंकर ने UNSC की मीटिंग में हिस्सा लिया
  • UNSC में जयशंकर ने अफगान संकट, पाकिस्तान पर बात की

आतंकवाद पर बात हो और पाकिस्तान का जिक्र ना आए, ऐसा मुमकिन नहीं है. इसी तरह जब विदेश मंत्री जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की मीटिंग में आतंकवाद पर बात (Jaishankar at UNSC) की तो पाकिस्तान का भी नाम आया. पाकिस्तान पर किए गए कुछ हमले सीधा नाम लेकर थे, तो कुछ बिना नाम लिए. बातचीत में जयशंकर ने मुम्बई हमला, पठानकोट, पुलवामा हमले का भी जिक्र किया.

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फिलहाल UNSC की अध्यक्षता भारत के पास है. अफगान संकट के बीच आज गुरुवार को 'आतंकवादी कृत्यों के कारण अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा' मुद्दे पर बात हुई. इसमें जयशंकर ने भी अपनी बात रखी.

जयशंकर ने पाकिस्तान पर पहला हमला बिना नाम लिए किया. इसमें उन्होंने कहा कि कुछ देश आतंकवाद के खिलाफ चल रही साझा लड़ाई को कमजोर करना या तोड़ना चाहते हैं. उन्हें ऐसा करने से रोकना होगा. ताजा उदाहरण की बात करें तो ऐसी कई खबरें सामने आई हैं, जिसमें पता चला कि तालिबान को पाकिस्तान से सपोर्ट मिलता रहा है. जयशंकर ने कहा कि कुछ देशों में यूएन घोषित आतंकी और आतंकी संगठन खुलेआम काम करते हैं और समर्थन पाते हैं.

जयशंकर ने गिनाए भारत पर हुए कुछ आतंकी हमले

जयशंकर ने आगे कहा कि भारत ने आतंकवाद को कई मौकों पर झेला है. इसमें उदाहरण गिनाते हुए वह बोले, '2008 का मुम्बई हमला हमारी यादों में जिंदा है. 2016 का पठानकोट एयर बेस हमला, फिर पुलवामा में आत्मघाती हमला ये सब ताजा उदाहरण हैं. हमें इस बुराई से कभी समझौता नहीं करना चाहिए.'

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आगे पाकिस्तान का नाम लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'पाकिस्तान से चलने वाले आतंकी संगठन जैसे लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद लगातार काम कर रहे हैं. उनको वहां भरपूर प्रोत्साहन मिल रहा है. भारत यूएन सुरक्षा परिषद से कहना चाहता है कि आतंकवाद को लेकर चयनात्मक रवैया नहीं होना चाहिए.' विदेश मंत्री ने आगे कहा कि ऐसी दोहरी बातें करने वालों के खिलाफ बोलने का साहस दिखाना होगा जो ऐसे लोगों को सुविधाएं देते हैं जिनके हाथ मासूमों के खून से रंगे होते हैं.

जयशंकर ने आगे ISIS पर बात की. उन्होंने कहा कि वह और मजबूती के साथ वित्तीय संसाधन जुटा रहा है. दावा किया कि आतंकियों को जान लेने के बदले इनाम में बिटकॉइन दिए जा रहे हैं. फिर पाकिस्तान का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा, 'हमारे पड़ोसी देश में ISIL-खुरासान (ISIS का स्वघोषित मॉड्यूल) पहले से ज्यादा एक्टिव है और खुद को फैला रहा है.'

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