
इजरायल-हमास के बीच जारी जंग के दौरान जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने फिलिस्तीन के समर्थन में बयान दिया है. देवबंद में एक कार्यक्रम के दौरान मौलाना मदनी ने कहा,'जिस तरह जमीयत उलेमा ए हिंद ने हिंदुस्तान की आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी, ठीक उसी तरह फिलिस्तीन खुद के लिए इजरायल से लड़ाई लड़ रहा है.'
मौलाना मदनी ने आगे कहा,'फिलिस्तीन अपने मुल्क और अपनी आवाम को बचाने के लिए खुद को कुर्बान कर रहा है. अगर इजराइल-फिलिस्तीन की लड़ाई अरब देशों में पहुंच गई तो इसके परिणाम भयानक होंगे.' इससे पहले भी इजरायल-हमास जंग शुरू होने के बाद अरशद मदनी फिलिस्तीन के समर्थन में बयान जारी कर चुके हैं.
यूरोपीय देश भी अब सीजफायर के पक्ष में
बता दें कि 7 अक्टूबर से शुरू हुई इजरायल हमास जंग अब भी जारी है. इस दौरान इजरायल की एयरस्ट्राइक में फिलिस्तान में 10 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. मरने वालों में बड़ी तादाद महिलाओं और बच्चों की है. इसलिए अब अरब देशों के साथ-साथ यूरोपीय देश भी इजरायल से कुछ समय के लिए सीजफायर कर लेने की अपील कर रहे हैं. हालांकि, तमाम अपीलों के बाद भी इजरायल रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
इजरायल की दो टूक- पहले बंधकों को छोड़ो
अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देशों की युद्धविराम को लेकर आई अपील पर इजरायल का कहना है कि जब तक हमास इजरायल से बंधक बनाकर गाजा ले जाए गए इजरायली नागरिकों को रिहा नहीं कर देता, तब तक सीजफायर को लेकर किसी तरह की कोई बात नहीं होगी. बता दें कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला करने के बाद हमास के आतंकी करीब 200 से ज्याादा इजरायली नागरिकों को अपने साथ गाजा ले गए हैं.
जंग के बीच इजरायल के समर्थन में अमेरिका
हमास के अटैक के बाद इजरायल लगातार गाजा और फिलिस्तीन पर हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है. इजरायल की एयरस्ट्राइक के बाद अरब देश फिलिस्तीन के समर्थन में आ गए हैं. ईरान ने तो इजरायल के ना रुकने पर इस जंग में कूदने की तक धमकी दी है. हालांकि, अरब देशों की धमकियों के बीच इजरायल को अमेरिका का समर्थन मिल रहा है. इजरायल के सपोर्ट में अमेरिका ने अपने जंगी जहाज के साथ-साथ कई ड्रोन भी मिडिल ईस्ट में तैनात कर रखे हैं.