
उत्तर भारत (North India) के कई राज्यों में प्राकृतिक आपदा का कहर जारी है. जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना के बाद तबाही का मंजर है. इस घटना में कई लोग लापता हुए हैं, ऐसे में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की अगुवाई में सर्च अभियान चलाया जा रहा है.
गुरुवार को भारतीय वायुसेना ने हेलिकॉप्टर की मदद से सर्च अभियान चलाया. यहां पर कुल 20 लोग गायब हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. वायुसेना कुल तीन हेलिकॉप्टर की मदद से सर्च अभियान चला रही है, गुरुवार को खराब मौसम की वजह से सर्च ऑपरेशन में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा. अब शुक्रवार को भी उस ऑपरेशन को जारी रखा गया और कई लोगों का सफल रेस्क्यू भी हुआ.
ताजा अपडेट के मुताबिक बीते 4 दिनों में लाहौल के अलग-अलग इलाकों में फंसे 221 लोगों में से आज करीब 150 लोगों को शांशा नाले में अस्थायी बृज बनाकर नाला पार करवा कर सुरक्षित केलांग पहुंचाया गया है. वहीं डीसी लाहौल के मुताबिक बाकी करीब 71 लोगों को निकालने का पप्रयास किया जा रहा है. जानकारी ये भी मिली है कि मौसम खराबी के चलते अभी तक लाहौल के उदयपुर में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट नही किया जा सका है. ऐसे में अभी सर्च ऑपरेशन और लंबा चलने वाला है.
वायुसेना के अलावा NDRF, SDRF की टीमें भी सर्च ऑपरेशन में लगी हुई हैं. इसके अलावा फंसे हुए लोगों तक ज़रूरत का सामान पहुंचाने का काम भी जारी है.
लाहौल स्पीति में फंसे 200 से ज्यादा टूरिस्ट
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में खराब मौसम की वजह से बड़ी संख्या में पर्यटक फंसे हुए थे. पिछले चार दिनों से केलांग और उदयपुर के बीच कुल 221 लोग फंसे हुए थे. जानकारी के मुताबिक, इनमें से कुल 191 लोग हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से ही थे. जबकि 30 पर्यटक बाहरी राज्यों से आए थे. इनमें से कई लोगों को शुक्रवार को बचा लिया गया है.
प्रशासन के मुताबिक, लाहौल स्पीति में पंजाब, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली और ओडिशा के लोग फंसे हुए हैं. अभी अस्थाई तौर पर प्रशासन की ओर से खाने-पीने, रहने का इंतज़ाम किया गया है.
बता दें कि 28 जुलाई को बादल फटने के बाद जिला मुख्यालय केलांग से लगभग 15 किलोमीटर दूर लाहौल-स्पीति के उदयपुर उपखंड में तोजिंग नदी में अचानक आई बाढ़ में सात लोग बह गए थे. इसके अलावा तीन लोग लापता है, जिनके बारे में माना जा रहा है कि वह भी पानी के तेज बहाव में बह गए होंगे.