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जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन का एक महीना पूरा, आज इंडिया गेट पर निकालेंगे कैंडल मार्च, खाप पंचायत का भी समर्थन 

जंतर-मंतर पर WFI चीफ रहे बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के धरने का एक महीना पूरा हो गया है. आज पहलवान इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकालेंगे. उन्होंने आम लोगों से भी इस मार्च में शामिल होने की अपील की है.

पहलवानों के प्रदर्शन का एक महीना पूरा पहलवानों के प्रदर्शन का एक महीना पूरा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2023,
  • अपडेटेड 6:45 AM IST

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान बीते एक महीने से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं. धरने का एक महीना पूरा होने पर पहलवान आज इंडिया गेट पर कैंडल मार्च भी निकालेंगे. बजरंग पूनिया ने आम नागरिकों से अपील की है कि वो शांतिपूर्ण तरीके से निकाले जाने वाले कैंडल मार्च में शामिल हों. 

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कैंडल मार्च में आम लोगों से शामिल होने की अपील करते हुए बजरंग पूनिया ने कहा, "शायद के देश का पहला ऐसा मामला होगा, जिसमें पॉक्सो के तहत केस दर्ज होने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं हो पा रही." बता दें कि पहलवानों को खाप पंचायत का भी समर्थन मिला है.  

महम में आयोजित हुई थी खाप पंचायत  

पहलवानों के समर्थन में बीती 21 मई को हरियाणा के महम में एक खाप पंचायत आयोजित की गई थी, जिसमें फैसला लिया गया था कि बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों के धरने का एक महीना पूरा होने पर इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा. इसके साथ ही जिस दिन नई संसद का उद्घाटन किया जाएगा, पहलवान उसी दिन संसद के बाहर महिला महापंचायत आयोजित करेंगे.  

जंतर-मंतर पर भी हुई थी खाप पंचायत 

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इससे पहले दिल्ली के जंतर-मंतर पर 7 मई को भी खाप पंचायत हुई थी, जिसमें सरकार को बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया था. खाप पंचायत में सरकार को 21 मई तक पहलवानों के मुद्दे पर एक्शन लेने का अल्टीमेटम देते हुए कहा गया था कि कोई कार्रवाई नहीं हुई तो इसके बाद बड़ा आंदोलन किया जाएगा. 

नार्को टेस्ट पर क्या बोले बृजभूषण?  

इस पूरे विवाद के बीच बृजभूषण ने नार्को टेस्ट को लेकर भी बयान दिया है. दो दिन पहले ही बीजेपी नेता सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कहा, "मैं अपना नार्को टेस्ट, पॉलिग्राफी टेस्ट या लाइ डिटेक्टर करवाने के लिये तैयार हूं, लेकिन मेरी शर्त है मेरे साथ विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का भी ये टेस्ट होने चाहिए. अगर दोनों पहलवान अपना  टेस्ट करवाने के लिये तैयार हैं तो प्रेस बुलाकर घोषणा करें और मैं उनको वचन देता हूं कि मैं भी इसके लिये तैयार हूं. मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं और हमेशा कायम रहने का देशवासियों को वादा करता हूं. रघुकुल रीती सदा चली आयी, प्राण जाये पर वचन न जाई... जयश्रीराम." 

पहलवानों ने चैलेंज किया स्वीकार

वहीं बृजभूषण सिंह के नार्को टेस्ट कराने के चैलेंज को बजरंग पूनिया ने स्वीकार कर लिया है. पूनिया ने जवाब देते हुए कहा है कि अगर फेडरेशन के घोटाले गिनने हैं तो हम नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं. उन्होंने आगे कहा, 'जिन लड़कियों ने शिकायत की है, वह भी नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं. इसके साथ ही उन्होंने कोच विनोद तोमर, जितेंद्र और धीरेंद्र का भी नार्को टेस्ट कराने की मांग की है.

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पहलवानों ने कर दिया मेडल लौटाने का ऐलान 

बीती चार मई को धरने पर बैठे पहलवानों ने ऐलान कर दिया कि वो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीते गए मेडल को वापस कर देंगे. पहलवानों का आरोप है कि तीन मई की रात दिल्ली पुलिस के जवानों ने धरने पर बैठे पहलवानों के साथ मारपीट की. इस हाथापाई में कुछ पहलवानों के सिर में चोटें भी आईं. अगले दिन विनेश फोगाट ने ऐलान किया कि पहलवान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीते हुए सभी मेडल लौटाएंगे. 

विनेश फोगाट ने कहा, हमें अपमानित किया जा रहा है. जमीन पर घसीटा जा रहा है. ऐसे में हम अपने सभी मेडल लौटा देंगे. वहीं, बजरंग पूनिया ने कहा, अगर ऐसे ही सम्मान हुआ, तो हम मेडल का क्या करेंगे. हम वो मेडल लौटा देंगे भारत सरकार को. इससे अच्छा तो हम सामान्य जीवन जी लेंगे. दिल्ली पुलिस को नहीं दिखता कि ये लोग पद्मा श्री हैं. उस समय इन्हें ये अवार्ड नहीं दिखते, जब ये लोग हमें मारते हैं.  

वहीं महावीर फोगाट ने भी द्रोणाचार्य अवार्ड वापस लौटाने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, अगर खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिला तो मैं भी द्रोणाचार्य अवार्ड नहीं रखूंगा और उसे लौटा दूंगा. उन्होंने जंतर मंतर पर बैठे खिलाड़ियों पर हुए हमले को निंदनीय बताया था.   

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कई राजनीतिक दलों का मिला समर्थन 

धरने पर बैठे पहलवानों को कई राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिला है, जिनमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, आईएनएलडी और जेजेपी शामिल है. अब तक जो नेता पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे हैं, उनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल, भूपिंदर हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, शैलजा कुमारी, अभय चौटाला, ओपी चौटाला, सचिन पायलट शामिल हैं.  

क्या है पूरा मामला? 

बता दें कि पहलवानों और WFI अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह के बीच जनवरी 2023 से ही विवाद जारी है. बीते 23 अप्रैल से पहलवान खुलकर बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में आ गए और जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए. बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है, लेकिन उनकी शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की थी. सुप्रीम कोर्ट के दखल पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया था. आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों के धारा 164 के तहत बयान दर्ज किए जा चुके हैं. बृजभूषण से भी दिल्ली पुलिस ने पूछताछ की थी. पहलवान बृजभूषण को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं. 

 

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