
बीजेपी के खिलाफ बने 'INDIA' गठबंधन की तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होनी है. इससे पहले गठबंधन के संयोजक के नाम पर चर्चा तेज हो गई है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार के गठबंधन संयोजक बनने से इनकार करने के बाद उनकी पार्टी जदयू ने सुझाव दिया है कि INDIA गठबंधन का संयोजक कांग्रेस से होना चाहिए.
दरअसल, शिवसेना और अन्य पार्टियां चाहती हैं कि नीतीश कुमार गठबंधन के संयोजक बनें. लेकिन नीतीश कुमार से संयोजक बनने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं जदयू ने सुझाव दिया है कि कांग्रेस से संयोजक बनना चाहिए. खासकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को.
मुंबई में होना है संजोयक पर फैसला
मुंबई में 31 अगस्त- 1 सितंबर को I.N.D.I.A. गठबंधन की तीसरी महत्वपूर्ण बैठक होनी है. इस बैठक में विपक्षी दलों के संयोजक को लेकर फैसला लिया जाएगा. बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद से नीतीश कुमार लगातार विपक्ष को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने अलग अलग राज्यों में जाकर विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ मुलाकात भी की. इतना ही नहीं नीतीश ने विपक्ष की पहली बैठक जून में पटना में ही बुलाई थी. इसके बाद से उनके गठबंधन के संयोजक बनाने की चर्चा थी.
जदयू के प्रस्ताव पर आप ने कही ये बात
जदयू द्वारा खड़गे का नाम प्रस्तावित करने पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा, जहां 26 दल साथ हैं, तो वहां अलग अलग पार्टियों के नेता बयान देंगे. लेकिन जब हम किसी गठबंधन में होते हैं, तब कोई भी फैसला सामूहिक होता है. ऐसे में बैठक में सब लोग बैठेंगे, जिसके नाम पर प्रस्ताव आएगा उस पर हमारे नेता केजरीवाल अपनी राय देंगे.
लालू के बाद आया नीतीश का बयान
लेकिन हाल ही में लालू यादव ने इंडिया गठबंधन के कई कन्वेनर बनाए जाने की बात कही थी. इसके बाद नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा, मुझे विपक्षी गठबंधन का संयोजक नहीं बनना है. संयोजक कोई और बनेगा. हमारी कोशिश सब को एक साथ लाने की है.
क्या है मीटिंग का एजेंडा?
बीजेपी के नेतृत्व में NDA का मुकाबला करने के लिए 26 दल साथ आए हैं. विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी. जबकि दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी. इसी बैठक में गठबंधन को 'INDIA' नाम दिया गया था.
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के एजेंडे में गठबंधन का एक झंडा तय करना भी शामिल है. इसी झंडे का इस्तेमाल गठबंधन की रैलियों में होगा. हालांकि, राज्यों में पार्टियां अपने अपने चुनाव चिन्ह पर ही लड़ेंगी. बैठक में अशोक चक्र को हटाकर तिरंगे को भी 'INDIA' गठबंधन का झंडा बनाए जाने का प्रस्ताव रखा जा सकता है. हालांकि, आखिरी फैसला बैठक में ही होगा.
मुंबई की बैठक के बाद सितंबर से देशभर में गठबंधन की साझा रैलियां शुरू हो जाएंगी, जिसमें 6-7 प्रमुख नेता/विपक्ष के सीएम शामिल होंगें. रैलियों और प्रचार के दौरान गठबंधन के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले नहीं करेंगें. बल्कि सरकार, बीजेपी की नीतियों, जातिगत गणना, महंगाई, बेरोजगारी समेत अन्य सामाजिक मसलों पर घरेंगे.
ओडिशा, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश को छोड़कर गठबंधन ने देशभर से 450 सीटों की पहचान की है. जहां गठबंधन सिर्फ उम्मीदवार चुनाव में उतारेगा. ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र की कोई भी बड़ी पार्टी अभी तक गठबंधन में शामिल नहीं हुई है.
गठबंधन में ये 26 दल हैं शामिल
इस गठबंधन में कांग्रेस, टीएमसी, शिवसेना (उद्धव गुट), एनसीपी (शरद पवार गुट), सीपीआई, सीपीआईएम, जदयू, डीएमके, आम आदमी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, आरजेडी, समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, आरएलडी, सीपीआई (ML), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस (M), मनीथानेया मक्कल काची (MMK), एमडीएमके, वीसीके, आरएसपी, केरला कांग्रेस, केएमडीके, एआईएफबी, अपना दल कमेरावादी शामिल हैं.