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बचपन में देखा सपना पूरा, पायलट बनने पर पहली उड़ान में विमान को होमटाउन लाने का मिला मौका

23 साल की पायलट जेनी जेरोम विमान को पहली ही उड़ान में विमान को अपने हमोटाउन लाने का मौका मिला. तिरुवनंतपुरम जिले के छोटे से तटीय गांव में जन्मीं जेनी जेरोम को मुख्यमंत्री विजयन ने केरल का गौरव बताया है. जेनी बचपन से ही पायलट बनना चाहती थीं.

23 साल की पायलट जेनी जेरोम की सीएम ने भी की तारीफ. 23 साल की पायलट जेनी जेरोम की सीएम ने भी की तारीफ.
गोपी उन्नीथन
  • तिरुवनंतपुरम,
  • 25 मई 2021,
  • अपडेटेड 4:56 PM IST
  • तिरुवनंतपुरम के कोचुथुरा में जन्मीं जेनी
  • को पायलट के तौर पर भरी पहली उड़ान
  • पिनराई विजयन ने बताया राज्य का गौरव

केरल के तटवर्ती इलाके के एक छोटे से गांव में जन्म लेने वाली लड़की ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया. 23 साल की पायलट जेनी जेरोम विमान को अपने तिरुवनंतपुरम तक उड़ा कर लाईं. इसी के साथ जेनी का बरसों पहले देखा सपना पूरा हो गया. 

शनिवार देर रात को शारजाह से तिरुवनंतपुरम आई एयर अरेबिया (G9-449) फ्लाइट के लिए जेनी जेरोम को-पायलट थीं. को-पायलट के तौर पर जेनी की ये पहली उड़ान थी.  

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जेनी का जन्म तिरुवनंतपुरम जिले तटीय गांव कोचुथुरा में हुआ. अब वो अपने माता पिता के साथ संयुक्त अरब अमीरात के अजमान शहर में रहती हैं. उनके पिता जेरोम जोरिस अजमान में एक प्राइवेट कंपनी में सुपरिटेंडेंट है. जेनी की मां शिरले हाउसवाइफ हैं.  

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने जेनी को बधाई देने के साथ राज्य का गौरव बताया है. विजयन ने एक बयान में कहा, “जेनी ने परिस्थितियों के साथ संघर्ष किया और अपने सपने को पूरा करके ही दम लिया. ये महिलाओं और आम आदमी के लिए बड़ी प्रेरणा है. जेनी के सपने को पूरा करने के लिए जैसे उसके परिवार ने साथ दिया, वो भी समाज के लिए एक मिसाल है. पूरे समाज को लड़कियों के लिए इस रोल मॉडल को अपनाना चाहिए. मैं भविष्य में जेनी की ओर से अधिक ऊंचाईयां छूने की कामना करता हूं.”  

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पायलट के तौर पर ये है जेनी की पहली उड़ान

तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक ट्वीट में जेनी को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.  

थरूर ने ट्वीट में लिखा-  “तिरुवनंतपुरम के कोचुथुरा की जेनी जेरोम को को-पायलट के तौर पर अपनी पहली उड़ान के लिए बधाई. जब वे @airarabiagroup फ्लाइट को शारजाह से तिरुवनंतपुरम लाईं तो इससे मछुआरों की छोटी सी बस्ती की एक लड़की का कॉमर्शियल पायलट बनने का सपना पूरा हो गया. सही मायने में प्रेरणा.” 
 

जेनी की इस उपलब्धि से उनके गांव कोचुथुरा के लोगों में खुशी का माहौल है. जेनी और उनके भाई जेबी का जन्म कोछुथुरा में ही हुआ. बाद में उनका परिवार संयुक्त अरब अमीरात जाकर सेटल हो गया. जेनी और उनके भाई की पढ़ाई वहीं हुई.  

हालांकि जेनी बचपन से ही कहा करती थीं कि वे बड़ी होकर पायलट बनेंगी. लेकिन परिवार वाले तब इस बात को गंभीरता से नहीं लेते थे. प्लस टू करने के बाद जेनी ने पायलट बनने के सपने को पूरा करने के लिए कदम उठाया तो परिवार ने पूरा साथ दिया. जेनी ने शारजाह स्थित एयर अरेबिया की अल्फा एविएशन एकेडमी में दाखिला लिया. जेनी के भाई जेबी चार्टर्ड अकाउंटेंट है. 

 

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बचपन से पायलट बनना चाहती थीं जेनी.

जेनी के साथ दो साल पहले पायलट ट्रेनिंग के दौरान हादसा भी पेश आया था. ट्रेनिंग के वक्त उनका विमान एक इंजन फेल होने की वजह से फिलीपींस में लैंड करते वक्त क्षतिग्रस्त हो गया. इस हादसे में जेनी को मामूली चोट आई थीं. इसके बाद भी जेनी का पायलट बनने का जोश पहले जैसे ही बरकरार रहा.  
 

दिग्गज नेताओं ने की जेनी की तारीफ.

जेनी के लिए यह बहुत सुखद रहा कि उन्हें जिस पहली फ्लाइट में को-पायलट बनने का मौका मिला वो शारजाह से उनके होमटाउन तिरुवनंतपुरम आई.

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