
रेलवे अपने यात्रियों को खास सुविधाएं देता है. हालांकि कई बार कुछ ऐसा हो जाता है, जिससे साख पर बट्टा लग जाता है. अब ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिससे रेलवे पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. आरोप है कि चक्रधरपुर रेल मंडल के ट्रेनों में टीटीई बिना बैज लगाए टिकट जांच कर रहे हैं. इस दौरान वह यात्रियों से सीट देने के नाम पर अवैध वसूली भी कर रहे हैं. इन टीटीई को देख सही और फर्जी कर्मचारी की पहचान करना मुश्किल है. हालांकि, घटना सामने आने के बाद रेलवे ने इस पर प्रतिक्रिया भी दी है.
क्या है मामला
दरअसल, चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से 6 नवंबर रात 11 बजे एलटीटी शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस में एक टीटी बिना बैज घूम रहा था. इसपर एक यात्री ने उसे टोक दिया. इसपर झल्लाए टीटीई ने रेल यात्री को कह दिया की तुम अपना देखो ना, हम जो कर रहे हैं हमको पता है. इस दौरान टीटीई ने यात्री का मोबाइल छीनने तक की कोशिश की. साथ ही ट्रेन से फेकने की धमकी भी दी.
बता दें कि ट्रेनों में जितने भी निजी कर्मचारी सवार होते हैं चाहे वह आईआरसीटीसी के वेंडर हों, कोच अटेंडर हों या फिर छोटा सा सफाई कर्मी, सभी ट्रेनों में अपना नेम प्लेट व बैज लगाकर काम करते हैं. इससे यात्रियों को पता चलता है कि उन्हें ट्रेनों में सेवा दे रहा कर्मचारी कौन है. इस बैज पर कमर्चारी का नाम, उसका पद, विभाग और वह किसके अधीन कहां पदस्थापित है सब लिखा हुआ रहता है. इससे सहूलियत यह होती है की कर्मचारी की पहचान सार्वजनिक रूप से सबको पता चलती है और पारदर्शी व्यवस्था बनी रहती है. इसके अलावे फर्जी कर्मचारियों पर भी लगाम लगा रहता है. आए दिन ऐसी भी खबरें देखने को मिली है की ट्रेनों में काला कोट पहनकर असमाजिक तत्व फर्जी टीटीई बनकर यात्रियों से टिकट के नाम पर वसूली करते नजर आते हैं.
ऐसे मामलों पर चक्रधरपुर रेल मंडल को सख्त दिशा निर्देश जारी करने की जरूरत है. जो टीटीई बैज नेम प्लेट नहीं लगाकर वसूली कर रहे हैं उनकी औचक जांच कर उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. जब इस मामले की शिकायत चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक से की गयी है. उन्होंने जल्द से जल्द आरोपी टीटीई की जांच कर कार्रवाई की बात कही है.
रेलवे ने घटना पर अपना पक्ष रखा
उधर, रेलवे ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. रेलवे अधिकारी ने बताया कि वीडियो में दिख रहा टीटीई यूनिफॉर्म पहने हुए है और उसने टीटीई का बैज भी लगाया है. हालांकि, उसने अपने नाम की प्लेट नहीं पहनी थी, जिसके लिए उससे जवाब-तलब किया गया है. अधिकारी का कहना है कि घटना का वीडियो बनाने वाला शख्स स्लीपर कोच में जनरल टिकट पर सफर कर रहा था, जिस वजह से टीटीई ने उसे उतरने के लिए कहा था. अधिकारी ने आरोप लगाया कि उस शख्स ने उसी कोच में सफर जारी रखने के लिए टीटीई को मनाना चाहा लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. रेल अधिकारी के मुताबिक, ट्रेन में चल रहे जांच दल के एक सदस्य ने पहले भी वीडियो बनाने वाले शख्स पर समुचित टिकट बिना सफर करने के लिए जुर्माना लगाया था.
( इनपुट: जय कुमार तांती, चाइबासा)