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मोदी 3.0 में जेपी नड्डा को बड़ी जिम्मेदारी, राज्यसभा में बनाए गए सदन के नेता

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को बीजेपी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. मोदी 3.0 में उन्हें राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया है. वह केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की जगह लेंगे, जो मोदी 2.0 में सदन के नेता थे. जेपी नड्डा गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं.

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पीयूष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2024,
  • अपडेटेड 12:28 PM IST

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया है.

इस महीने की शुरुआत में, नड्डा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का पदभार संभाला था. उन्हें रसायन और उर्वरक मंत्रालय भी सौंपा गया था. सदन के नेता के रूप में नड्डा पीयूष गोयल की जगह लेंगे. प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल के दौरान पीयूष गोयल राज्यसभा में सदन के नेता रहे थे.

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मंत्रियों के शपथग्रहण के बाद से ही ऐसी अटकलें थीं कि जेपी नड्डा बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देंगे, जब उन्होंने 2020 में मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जगह ली थी. हालांकि, इसपर पार्टी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है और ऐसा लगता है कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर भी बने रहेंगे.

पार्टी कानूनों के मुताबिक, सभी राज्यों के 50 फीसदी में संगठन चुनाव पूरा होने के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है, जो लगभग छह महीने तक चलने की संभावना है.

जेपी नड्डा कौन हैं?

जेपी नड्डा 1975 में सुर्खियों में आया, जब उन्होंने बिहार आंदोलन के लिए एक कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक करियर शुरुआत की, जिसे जेपी आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है. इसके बाद, वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में शामिल हो गए. पटना विश्वविद्यालय में छात्र केंद्रीय संघ का चुनाव लड़े और 1977 में सचिव बने.

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जेपी नड्डा 1977 से 1979 के बीच रांची में छात्र राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल रहे. वे पहली बार 2012 में हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए और 2014 में उन्हें बीजेपी के संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया गया. इससे पहले, उन्होंने 1993 से 2007 तक तीन बार हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर विधानसभा में विधायक के रूप में भी काम किया.

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