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'तेजस्वी सूर्या ने खोला था प्लेन का इमरजेंसी गेट, गलती पर मांगी माफी', विवाद पर बोले उड्डयन मंत्री सिंधिया

मामला पिछले साल यानी कि 10 दिसंबर 2022 का है. इंडिगो की फ्लाइट चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जा रही थी. डीजीसीए ने अपने बयान में जानकारी देते हुए बताया था कि इंडिगो 6E की फ्लाइट 6E-7339 में एक यात्री ने खौफ पैदा कर दिया और इमरजेंसी डोर खोल दिया.  डीजीसीए ने इस मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं.

तेजस्वी सूर्य और ज्योतिरादित्य सिंधिया तेजस्वी सूर्य और ज्योतिरादित्य सिंधिया
अक्षय डोंगरे
  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 5:48 PM IST

इंडिगो की एक फ्लाइट में विमान का आपातकालीन दरवाजा खोलने के मामले में उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि तेजस्वी सूर्या ने पहले ही मांफी मांग ली है. गलती से दरवाजा खुल गया था. जो कुछ भी विपक्ष कह रहा है, मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. मामला पिछले साल यानी कि 10 दिसंबर 2022 का है. इंडिगो की फ्लाइट चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जा रही थी.

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सिंधिया ने कहा, "ये घटना तब हुई जब प्लेन जमीन पर था. तेजस्वी सूर्या ने गलती से इमरजेंसी एग्जिट गेट खोल दिया था. उन्होंने खुद घटना की सूचना दी थी और इसके लिए तुरंत माफी मांग ली थी. प्लेन की पूरी जांच के बाद ही फ्लाइट ने उड़ान भरी थी."

डीजीसीए ने अपने बयान में जानकारी देते हुए बताया था कि इंडिगो 6E की फ्लाइट 6E-7339 में एक यात्री ने खौफ पैदा कर दिया और इमरजेंसी डोर खोल दिया.  डीजीसीए ने इस मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं. मामले में उस वक्त सियासी ट्विस्ट आया जब ये बात सामने आई कि इमरजेंसी डोर कथित रूप से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने खोला था. इसके बाद कांग्रेस, AIMIM और टीएमसी ने बीजेपी पर धुआंधार हमला कर दिया. अब इस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बयान दिया है.

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इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इंडिगो ने कहा था कि 10 दिसंबर को 2022 को विमान में जब बोर्डिंग प्रक्रिया चल रही थी यानी कि जब यात्री सवार हो रहे थे तो एक यात्री ने असावधानीवश विमान का इमरजेंसी एग्जिट खोल दिया. डीजीसीए के अनुसार यात्री ने तत्काल इसके लिए माफी मांगी. इसके बाद स्टैंडर्ड प्रक्रिया के बाद घटना को रिकॉर्ड किया गया, विमान में जरूरी इंजीनियरिंग चेक किए गए. विमान का प्रेशर चेक किया गया. इससे विमान के उड़ान भरने में देरी हुई. अपने बयान में इंडिगो ने इमरजेंसी गेट खोलने के लिए किसी यात्री का नाम नहीं लिया था.

सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं- DGCA

इस घटना की जानकारी देते हुए डीजीसीए के डीजी ने कहा था कि ये बात सामने आई कि तमिलनाडु के बीजेपी चीफ अन्नामलाई, डीएमके के प्रवक्ता बीटी अर्सकुमार और बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या फ्लाइट में थे. डीएमके प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है अन्नामलाई इस फ्लाइट में मौजूद थे, उनके साथ 'कर्नाटक के एक एमपी' भी थे. इस घटना के बाद उन्हें उतरने कहा गया और 30 मिनट से ज्यादा समय तक बस में प्रतीक्षा करने को कहा गया. डीजीसीए ने कहा कि पूरे घटनाक्रम के दौरान सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया गया.

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टीएमसी, कांग्रेस, और AIMIM ने साधा था निशाना 

इस मामले को लेकर विपक्षी नेताओं ने जमकर बीजेपी और सांसद तेजस्वी सूर्या पर निशाना साधा था. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि 'ये बीजेपी के वीआईपी बिगडैल है. एयरलाइन को कम्पलेन करने की हिम्मत कैसे हुई. क्या के पावर एलीट का यही रवैया बन गया है. क्या इससे यात्रियों की सुरक्षा प्रभावित हुई. ओह आप बीजेपी के VIP से सवाल नहीं पूछ सकते हैं."

टीएमसी की तरफ से कहा गया कि बीजेपी एमपी तेजस्वी सूर्या की गैरजिम्मेदारी से यात्रियों की जान पर बन आ सकती थी. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि उन्होंने ही 10 दिसंबर 2022 को इंडिगो फ्लाइट की इमरजेंसी एग्जिट का दरवाजा खोला था. डीजीसीए कोई एक्शन नहीं ले रही है. क्या उनकी पार्टी ने उन्हें फ्री पास दे दिया है. वहीं AIMIM सांसद ओवैसी ने तंज कसा और कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट किया, "खैर अगर आपके पास "संस्कारी" नाम है तो यह आकस्मिक है, अगर नाम अब्दुल है तो आकाश ही सीमा है. कृपया अपनी सीट बेल्ट हमेशा लगा कर रखें."

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