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Ranya Rao Gold Smuggling Case: पैरों में गोल्ड छिपाना, स्पेशल कपड़े... सोने की तस्करी के लिए ये ट्रिक इस्तेमाल कर रही थी रन्या

कन्नड़ एक्ट्रेस रन्या राव पिछले एक साल में 30 बार दुबई गई. अनुमान है कि हर बार एक्ट्रेस वहां से कई किलो सोना लेकर वापस आई. गोल्ड स्मगलिंग के इस मामले में DRI ने उन ट्रिक्स का खुलासा किया है, जो रन्या तस्करी के लिए इस्तेमाल करती थी.

Ranya Rao (File Photo) Ranya Rao (File Photo)
aajtak.in
  • बेंगलुरु,
  • 07 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 10:10 AM IST

कन्नड़ अभिनेत्री रन्या राव रंगे हाथों गोल्ड स्मगलिंग केस में पकड़ी गईं. इस वाकये के बाद सोने की तस्करी का मुद्दा पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोगों के मन में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब दुनियाभर के एयरपोर्ट पर इतनी सघन चेकिंग की जाती है तो फिर रन्या राव दुबई से 12.86 करोड़ रुपए का 14 किलो सोना लेकर कैसे आ गई.

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डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि एक्ट्रेस रन्या राव गोल्ड स्मगलिंग के लिए अलग-अलग ट्रिक इस्तेमाल करती थी. पिछले एक साल में कन्नड़ एक्ट्रेस ने करीब 30 बार दुबई की यात्रा की. अनुमान है कि अपनी ट्रिक्स की बदौलत ही रन्या राव हर बार दुबई से कई किलो सोना लेकर आई और हर बार रन्या राव को 1 लाख रुपए प्रति किलो के हिसाब से पेमेंट किया गया.

ये ट्रिक्स अपनाती थी रन्या राव

> पैरों में गोल्ड छिपाना: कन्नड़ एक्ट्रेस रन्या राव को पता था कि वह अपने बॉडी पार्ट जैसे पैरों या कोई अंदरूनी अंग में आराम से सोने की सिल्ली या छड़ छुपाकर ला सकती है और महिला होने के नाते उसकी गहन जांच होने की संभावना भी कम होगी. जानकारी के मुताबिक रन्या राव अपने पैरों (थाई) और कमर पर टेप लगाकर सोने की छड़ों को छिपा लेती थी.

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> स्पेशल कपड़े: गोल्ड स्मगलिंग करने के लिए रन्या राव ने बकायदा स्पेशल कपड़े डिजाइन करा रखे थे. एक्ट्रेस ने कई ऐसी जैकेट्स बनवाई थीं, जिसकी मदद से वह आराम से गोल्ड स्मगलिंग कर लेती थी. ये जैकेट्स पूरी तरह से मॉडिफाइड होती थीं. इसके अलावा कन्नड़ एक्ट्रेस रिस्ट बेल्ट का भी इस्तेमाल करती थी. हाथ में इस बेल्ट को बांधकर रन्या राव इसके अंदर भी गोल्ड छुपाकर लाती थी.

> जांचकर्मियों संग मिलीभगत: तस्करी करते वक्त पकड़ी न जाए इसलिए रन्या राव ने एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी सेटिंग कर रखी थी. जांच में सामने आया है कि बेंगलुरु एयरपोर्ट पर तैनात कांस्टेबल बसवराज ने रन्या की मदद की थी. जब अधिकारियों ने एक्ट्रेस की जांच करनी चाही तो बसवराज ने उन्हें रोकते हुए कहा कि,'तुम्हें पता है ये कौन हैं? ये डीजीपी रामचंद्र राव की बेटी.'

रन्या राव का कैसे हुआ पर्दाफाश?

एक्ट्रेस रन्या राव 3 मार्च को दुबई से बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची थी. रन्या ने 15 दिनों के भीतर दुबई की चार ट्रिप की, जिससे संदेह पैदा हुआ. बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उनकी मदद के लिए पहले से ही बसवराजू नाम का एक पुलिस कांस्टेबल तैयार था. उसी की मदद से एक्ट्रेस ने सिक्योरिटी चेक से बच निकलने की कोशिश की, लेकिन DRI की टीम उस पर पहले से ही नजर बनाए हुई थी. DRI ने रन्या को सोने की खेप के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया. जांच के दौरान अधिकारियों ने उसके जैकेट में छिपा विदेशी मूल का 14.2 किलोग्राम सोना बरामद किया, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत 12.56 करोड़ रुपये है.

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