
देश में कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन अपने चरम पर है. उत्तर भारत के कई राज्य इस आंदोलन से प्रभावित हैं. इस सबके बीच कर्नाटक सरकार के कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने एक विवादित बयान दिया है. बीसी. पाटिल का कहना है जो किसान आत्महत्या करते हैं, वो कायर हैं जो अपने परिवार की देखभाल नहीं कर सकते हैं.
कर्नाटक सरकार में कृषि मंत्री बीसी पाटिल ने कहा, ‘एक महिला सोने की चूड़ियां पहने हुई थी, जब मैंने उनसे पूछा ये कहां से आए तो उन्होंने कहा कि धरती मां की वजह से. एक महिला हमेशा जमीन पर विश्वास रखती है.’
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मंत्री ने कहा, ‘इस महिला की टिप्पणी उन सब किसानों को जवाब है जो सुसाइड करते हैं. आत्महत्या करने वाले किसान कायर होते हैं. क्योंकि एक डरपोक ही अपनी पत्नी और बच्चों की देखभाल नहीं कर सकता है. अगर हम पानी में डूब रहे हो तो हमें तैरना होता है और जीतना होता है. किसी भी किसान को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए. हर किसी को महिलाओं से सीखना चाहिए.’
हालांकि, जब इस बयान पर बवाल हुआ तो मंत्री की ओर से सफाई भी दी गई. बीसी पाटिल ने कहा कि मैंने कहा कि जो भी सुसाइड करता है वो कायर है, मैंने किसानों को कायर नहीं कहा. किसान देश की शक्ति हैं, सरकार उनकी देखभाल के लिए है ताकि वो सुसाइड ना करें. इतिहास यही कहता है कि आत्महत्या कायरता है.
बीसी पाटिल बोले कि कृषि मंत्री होने के नाते मैंने किसानों को लेकर बात की, ऐसे में माफी का कोई सवाल ही नहीं है. हमारी कोशिश है कि किसान एक अच्छा जीवन जिएं और हम उसके लिए काम कर रहे हैं.
गौरतलब है कि ऐसे वक्त में जब देश के कई राज्यों में किसान सड़कों पर हैं और सरकार के कानून की आलोचना कर रहे हैं, तब ऐसे बयान ने काफी बखेड़ा खड़ा किया. कर्नाटक में विपक्ष की ओर से मंत्री पर निशाना साधा गया और माफी मांगने को कहा गया.