
कर्नाटक में मिल्क ब्रैंड अमूल और नंदिनी को लेकर भी राजनीति गरमाई हुई है. कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) गुजरात की अमूल कंपनी को प्रदेश में एंट्री देने का विरोध कर रही है. हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी नंदिनी मिल्क पॉर्लर पहुंचे थे और उन्होंने वहां आइसक्रीम खरीदकर नंदिनी को बेस्ट ब्रैंड बताया था. अब इस पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का बयान आया है.
गुजरात सीएम ने सोमवार को कहा कि साउथ राज्य कर्नाटक में अमूल का बहिष्कार करने की कोई जरूरत नहीं है. अमूल और नंदिनी के बीच विवाद हाल ही में शुरू हुआ है, जब अमूल ने घोषणा की कि वह बेंगलुरु में अपनी डेयरी खोलेगी.
पटेल ने कहा, "मेरे विचार से अमूल का बहिष्कार करने की कोई जरूरत नहीं है. आप जो करना चाहते हैं, करते रहें. अगर अमूल कुछ छीन रहा है तो इसको लेकर विरोध करना चाहिए." कर्नाटक में विपक्षी कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अमूल को दक्षिणी राज्य में अनुमति देकर नंदिनी को खत्म करना चाहती है.
विपक्षी दलों ने आशंका जताई है कि अमूल के अधिग्रहण के लिए रास्ता बनाने के लिए नंदिनी उत्पादों की कमी की जाएगी. हालांकि कर्नाटक में बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने इस आरोप का खंडन किया है और कहा है कि अमूल से नंदिनी को कोई खतरा नहीं है.
राहुल गांधी ने खरीदी नंदिनी आइसक्रीम
चुनावी राज्य कर्नाटक के 2 दिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने नंदिनी स्टोर से आइसक्रीम खरीदी. उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल भी थे. राहुल ने ट्विटर पर अपनी फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया कि "कर्नाटक का गौरव, नंदिनी सबसे अच्छी है."
डीके शिवकुमार बोले- नहीं चाहिए गुजरात मॉडल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा था कि सरकार ने यह कदम उठाकर किसानों की मदद करने की कोशिश नहीं की है. उन्होंने कहा कि नंदिनी अमूल से एक बेहतर ब्रांड है. उन्होंने कहा- हम चाहते हैं कि हमारे अधिकार, हमारी जमीन, हमारी मिट्टी, हमारा पानी और हमारा दूध सुरक्षित रहे. मेरे किसानों को अच्छी कीमत मिलनी चाहिए. नंदिनी हमारी शान है. हमारे लोग वे नंदिनी से प्यार करते हैं. उन्होंने कहा- हमें गुजरात मॉडल नहीं चाहिए. हमारे पास कर्नाटक मॉडल है. हर राज्य की अपनी अलग संस्कृति और परंपरा होती है. हमें अपने किसानों की रक्षा करने की जरूरत है.
कर्नाटक के सीएम ने क्या कहा?
कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई ने इस मामले में कहा था कि अमूल ब्रांड को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. हम नंदिनी ब्रांड को देश में नंबर वन बनाने के लिए उसे और भी ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनाएंगे. विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है. उधर, स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर का कहना है कि राज्य में नंदिनी के अलावा करीब 18 ब्रांड लंबे समय से बेचे जा रहे हैं. क्या अमूल बीजेपी का ब्रांड है और नंदिनी कांग्रेस का ब्रांड है? कांग्रेस ने अमूल दूध और अन्य उत्पादों की बिक्री के खिलाफ राज्य में एक अभियान शुरू किया है.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
केंद्रीय मंत्री अमित शाह 30 दिसंबर को कर्नाटक के मांड्या जिले में थे. यहां उन्होंने 260 करोड़ की लागत से बनी एक डेयरी का उद्घाटन किया था. बताया गया कि यह डेयरी हर दिन 10 लाख लीटर दूध प्रोसेस करेगी और बाद में इसकी क्षमता बढ़ाकर 14 लाख लीटर प्रतिदिन कर दी जाएगी. तब उन्होंने कहा था कि अमूल और नंदिनी मिलकर कर्नाटक के हर गांव में प्राइमरी डेयरी स्थापित करने की दिशा में काम करेंगे और 3 साल में कर्नाटक में एक भी ऐसा गांव नहीं होगा, जहां प्राइमरी डेयरी नहीं होगी. इसके के बाद से यह मुद्दा गरमा गया था. बीजेपी पर नंदिनी ब्रैंड को खत्म करने के आरोप लगने लगे.