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Santosh Patil Suicide: सुसाइड से पहले कॉन्ट्रैक्टर ने PM मोदी से की थी मंत्री ईश्वरप्पा की शिकायत, जानें क्या आरोप लगाए थे?

Contractor Santosh Patil Suicide: कर्नाटक में कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल की सुसाइड का मामला तूल पकड़ चुका है. मंत्री ईश्वरप्पा पर FIR हो गई है, वहीं कांग्रेस ने इसपर हल्ला बोल दिया है. संतोष पाटिल ने पीएम मोदी से भी ईश्वरप्पा की शिकायत की थी. जानिए उस लेटर में क्या लिखा गया था.

ईश्वरप्पा पर संतोष पाटिल ने सुसाइड से पहले गंभीर आरोप लगाए थे ईश्वरप्पा पर संतोष पाटिल ने सुसाइड से पहले गंभीर आरोप लगाए थे
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 12:25 PM IST
  • संतोष पाटिल सुसाइड केस में मंत्री ईश्वरप्पा पर FIR
  • ईश्वरप्पा पर अब मंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाव

Contractor Santosh Patil Suicide: कर्नाटक में एक कॉन्ट्रैक्टर के सुसाइड केस में मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता ईश्वरप्पा (Eshwarappa) फंसते दिख रहे हैं. कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल ने सुसाइड से पहले कई बार मंत्री ईश्वरप्पा को भ्रष्ट बताया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था.

संतोष पाटिल ने मंत्री ईश्वरप्पा को ही अपनी मौत का जिम्मेदार भी ठहराया था. संतोष की कथित आत्महत्या के बाद उनके भाई ने शिकायत दी, जिसके बाद अब मंत्री ईश्वरप्पा समेत तीन लोगों पर FIR दर्ज हुई है.

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बता दें कि ईश्वरप्पा बसवराज बोम्मई की सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री (RDPR) हैं. उनपर कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल ने घूस मांगने का आरोप लगाया था. कहा गया था कि ईश्वरप्पा उनके काम की बकाया राशि देने के बदले 40 फीसदी कमीशन की मांग कर रहे हैं.

40 साल के संतोष पाटिल हिंदू वाहिनी ग्रुप के राष्ट्रीय सचिव भी थे. उनको पिछले एक साल में कर्नाटक में कुछ सरकारी कॉन्ट्रैक्ट मिले थे, जिनका बकाया पैसा लिया जाना था. संतोष का आरोप था कि काम पूरा होने के बाद जब बकाया राशि मांगी गई तो बदले में 40 फीसदी कमीशन की मांग हुई और ईश्वरप्पा खुद उनको इसके लिए तंग कर रहे थे.

पीएम मोदी-गिरिराज सिंह को लिखा था पत्र

संतोष पाटिल ने पिछले महीने पीएम नरेंद्र मोदी, ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह को एक पत्र लिखा था. इसमें ईश्वरप्पा और उनके कुछ सहयोगियों के नाम थे. आरोप था कि वे लोग पाटिल को कमीशन के लिए परेशान कर रहे हैं. हालांकि, ईश्वरप्पा ने पाटिल को पहचाने से भी इनकार कर दिया था. बाद में उन्होंने पाटिल पर मानहानि का केस भी किया था.

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यह भी पढ़ें - कौन हैं ईश्वरप्पा, जो कॉन्ट्रैक्टर के सुसाइड पर घिर गए हैं, कभी येदियुरप्पा पर लगाया था भ्रष्टाचार का आरोप

खबरों के मुताबिक, पाटिल ने केंद्र सरकार को भेजे गए अपने पत्र में लिखा था कि मई 2021 में उनको और छह अन्य कॉन्ट्रैक्टर को हिंडला (Hindala) ग्राम पंचायत (बेलगावी जिला) में कुछ रोड प्रोजेक्ट बनाने का काम दिया गया था. लेकिन इसका पैसा बकाया था. दावा था कि कॉन्ट्रैक्टर्स ने प्रोजेक्ट में 4 करोड़ रुपये का निवेश किया था. लेकिन पेमेंट लेट होने से उनको भारी नुकसान हो रहा था.

पीएम मोदी-गिरिराज सिंह को 11 मार्च को भेजे गए पत्र में आगे लिखा था कि सरकारी अफसर कुल बिल को क्लियर करने के बदले 40 फीसदी कमीशन मांग रहे थे. पाटिल ने लिखा था कि ठेकेदारों ने 4 करोड़ रुपये कर्ज पर लिया था और अब देनदारों की तरफ से लगातार पैसा मांगा जा रहा है.

होटल में मृत मिले थे संतोष पाटिल

संतोष पाटिल सोमवार को उडुपी शहर में मृत मिले थे. इससे कुछ वक्त पहले ही संतोष पाटिल ने अपने दोस्त को एक वॉट्सऐप मैसेज किया था. इसमें उन्होंने मंत्री को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था. संतोष पाटिल ने लिखा था, 'ईश्वरप्पा मेरी मौत के जिम्मेदार हैं. उनको सजा मिलनी चाहिए. मैंने अपनी सभी इच्छाओं का त्याग करके यह कदम उठाने का मन बनाया है. मेरी पीएम, सीएम और येदियुरप्पा से गुजारिश है कि वह मेरे परिवार का ख्याल रखें.'

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परिवार से बातचीत के बाद पुलिस को पता चला था कि 11 अप्रैल को संतोष पत्नी से कहकर निकले थे कि वह दोस्तों के साथ पिकनिक पर जा रहे हैं. इसके बाद उनकी कोई सूचना नहीं आई. फिर सोमवार को ही उडुपी के लॉज में वह मृत मिले. फोन मेसेज के आधार पर इसे सुसाइड माना गया. उसी बिल्डिंग के अलग कमरों में उसके दो दोस्त भी मौजूद थे, जिनसे पूछताछ जारी है.

ताजा जानकारी के मुताबिक, FIR के बाद ईश्वरप्पा को सीएम बसवराज बोम्मई ने मिलने के लिए बुलाया था. कई कैबिनेट मंत्री चाहते हैं कि ईश्वरप्पा मंत्री पद से इस्तीफा दे दें क्योंकि मामले के बाद सरकार की काफी बदनामी हो रही है.

 

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