कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं. आज तक के एग्जिट पोल (India Today-Axis My India) के मुताबिक कर्नाटक में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है. वहीं, बीजेपी की विदाई के संकेत दिख रहे हैं. 224 सीटों वाले कर्नाटक में कांग्रेस को 122 से 140, बीजेपी को 62 से 80 और जेडीएस को 20 से 25 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं, 3 सीटें अन्य के खाते में जा सकती हैं.
तटीय इलाके में बीजेपी को 19 में से 16 सीट मिलने की उम्मीद है. 3 सीटें कांग्रेस के खाते में जा सकती हैं. मध्य कर्नाटक में कांग्रेस को 23 में से 12 सीटें मिलने का अनुमान है. बीजेपी के खाते में 10 सीटें आ सकती हैं. जेडीएस के खाते में यहां एक सीट जा सकती है.
इसके अलावा अगर बेंगलुरु शहरी रीजन की बात करें तो यहां की 28 में से 17 सीटें कांग्रेस की झोली में जा सकती हैं. बीजेपी को यहां से 10 सीटें मिलने की संभावना है. वहीं, जेडीएस के खाते में यहां भी 1 ही सीट जाती दिख रही है.
हैदराबाद-कर्नाटक रीजन की बात की जाए तो कांग्रेस को 40 में से 32 सीटें मिल सकती है. भाजपा के खाते में 7 सीटें जाने का अनुमान है. वहीं, जेडीएस को यहां से भी 1 सीट मिल सकती है.
महाराष्ट्र-कर्नाटक रीजन की 50 सीटों में से कांग्रेस को 28, बीजेपी को 21 और जेडीएस को एक सीट मिलती दिख रही है. वहीं, ओल्ड मैसूर रीजन की 64 सीटों में से 36 कांग्रेस को, बीजेपी को 6 और जेडीएस को 18 सीटें मिल सकती हैं. 4 सीटें अन्य के खाते में जाती दिख रही हैं. बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 13 मई को आएंगे.
कर्नाटक में मतदान खत्म होने के बाद वोटिंग प्रतिशत भी सामने आ गया है. जानकारी के मुताबिक राज्य में आखिरी तक 72.67% वोटिंग हुई.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने ट्वीट कर कहा है कि हमारी जमीनी सूचना के मुताबिक हम 100% बहुमत ला रहे हैं. असल नतीजे 13 मई को आएंगे और उसी दिन का इंतजार करें. एग्जिट पोल 100% सही नहीं होते. आप पिछले चुनावों में देखेंगे तो जितने अधिक मतदाता वोट करने आए उससे हमेशा भाजपा को ही फायदा हुआ है. शहरी इलाकों में लोगों ने अधिक मतदान किया जो भाजपा के लिए सकारात्मक संदेश है.
कर्नाटक का विधानसभा चुनाव एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस की झोली में जाता दिख रहा है. यहां कांग्रेस को 122 से 140, बीजेपी को 62 से 80 और जेडीएस को 20 से 25 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं, 3 सीटें अन्य के खाते में जा सकती हैं.
ओल्ड मैसूर रीजन में वोट प्रतिशत की बात की जाए तो बढ़त बनाते हुए कांग्रेस 40 फीसदी वोट शेयर हासिल कर सकती है. वहीं, बीजेपी को 25 फीसदी और जेडीएस को 28 फीसदी और अन्य को 7 फीसदी वोट प्रतिशत मिल सकता है. यहां की 64 सीटों में से 36 कांग्रेस को, बीजेपी को 6 और जेडीएस को 18 सीटें मिल सकती हैं. 4 सीटें अन्य के खाते में जाती दिख रही हैं.
सीट के हिसाब से महाराष्ट्र-कर्नाटक रीजन की 50 सीटों में से कांग्रेस को 28, बीजेपी को 21 और जेडीएस को एक सीट मिलती दिख रही है.
महाराष्ट्र-कर्नाटक रीजन की बात करें तो बीजेपी के खाते में 42 फीसदी, कांग्रेस के खाते में 45 फीसदी, जेडीएस के हिस्से में 8 फीसदी और अन्य के हिस्से 5 फीसदी वोट शेयर आ सकता है.
तटीय इलाके, मध्य कर्नाटक, बेंगलुरु रीजन और हैदराबाद रीजन की बात करें तो कुल मिलाकर 110 में से 43 सीट बीजेपी के खाते में जा सकती हैं. वहीं, 64 सीटें कांग्रेस जीत सकती है. जेडीएस को 3 सीटें मिल सकती हैं.
कर्नाटक के हैदराबाद रीजन में कांग्रेस को जबरदस्त बढ़त मिल सकती है. यहां पार्टी 40 में से 32 सीटें जीत सकती है. वहीं भाजपा के खाते में यहां महज 7 सीटें ही जाने का अनुमान है. जेडीएस को यहां भी 1 ही सीट मिल सकती है.
तटीय इलाके, मध्य कर्नाटक और बेंगलुरु रीजन की बात करें तो कुल मिलाकर 70 में से 36 सीट बीजेपी के खाते में जा सकती हैं. वहीं, 32 सीटें कांग्रेस जीत सकती है. जेडीएस को 2 सीट मिल सकती हैं.
कांग्रेस के बेंगलुरु शहर में कांग्रेस को 17 सीटें मिलती दिख रही हैं, यहां बीजेपी के खाते में 10 सीटें आ सकती हैं. जेडीएस को 1 सीट मिलने का अनुमान है.
तटीय इलाके और मध्य कर्नाटक में मिलाकर 42 में से 26 सीट बीजेपी के खाते में जा सकती हैं. वहीं, 15 सीटें कांग्रेस जीत सकती है. जेडीएस को 1 सीट मिल सकती है.
मध्य कर्नाटक की बात की जाए तो बीजेपी को यहां 35 फीसदी वोट मिलते नजर आ रहे हैं. वहीं, कांग्रेस का वोट प्रतिशत 41 प्रतिशत हो सकता है. जेडीएस को यहां 17 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. वहीं, अन्य के खाते में 7 फीसदी वोट आ सकते हैं.
तटीय इलाके करावल की 19 में से 16 सीट बीजेपी के खाते में दिखती जा रही है. कांग्रेस को यहां 3 सीट मिल सकती हैं.
एग्जिट पोल के मुताबिक तटीय इलाके करावल में 50 फीसदी वोट बीजेपी के खाते में जा रहे हैं. वहीं, 40 फीसदी वोट कांग्रेस के खाते में जा सकते हैं. वहीं, जेडीएस को महज 6 प्रतिशत और अन्य को 4 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं.
कर्नाटक चुनाव में शाम 6 बजे मतदान खत्म हो चुका है. अब सभी की निगाहें कुछ ही देर में आने वाले एग्जिट पोल पर टिकी हुई हैं.
साल 2018 के चुनाव की बात करें तो 2018 में जब जनता ने किसी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया तो पहले बीजेपी की सरकार 6 दिन रही, फिर जेडीएस की एक साल 64 दिन तक सरकार रही और फिर बीजेपी की सरकार करीब 3 साल 286 दिन से चुनाव होने तक बनी रही.
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में मतदान अंतिम चरण की तरफ बढ़ रहा है. राज्य में शाम 5 बजे तक 65.69 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. बता दें कि इससे पहले दोपहर 3 बजे तक 52.18% मतदान हुआ था.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी में जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी था, वह उतना बड़ा पदाधिकारी भी था. येदियुरप्पा को भी भ्रष्टाचार के आरोप के चलते ही हटाया गया था. बीजेपी के ही विधायक बताते हैं कि कितनी कीमत में सत्ता काबिज की जा सकती है.
कर्नाटक में 2615 उम्मीदवार मैदान में हैं. उम्मीदवारों में 2,430 पुरुष हैं, 184 महिलाएं हैं, और एक थर्ड जेन्डर है. राज्य में 5.3 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं, इनमें 11.71 लाख वोटर्स पहली बार मतदान कर रहे हैं. राज्य में 2.66 करोड़ पुरुष और 2.63 करोड़ महिलाएं हैं. जबकि 5.71 लाख से ज्यादा दिव्यांग वोटर्स हैं. 80 साल और उससे ज्यादा आयु के 12.15 लाख वरिष्ठ नागरिक भी वोटर हैं. जबकि 16,000 से ज्यादा मतदाता 100 साल से ज्यादा उम्र के हैं.
एग्जिट पोल से पहले कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक शर्मा ने चुनाव से पहले उठे 'बजरंग बली' के मामले पर कहा कि बजरंग दल से लोगों ने बजरंग बली को नहीं जोड़ा. हालांकि, भ्रष्टाचार का मुद्दा भी काफी जोरशोर से उठा, क्योंकि इस बार भ्रष्टाचार संगठित रूप से किया जा रहा था.