
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को सभी 224 सीटों पर मतदान हुआ. इसके साथ ही पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट और यूपी की स्वार टांडा विधानसभा, छानबे विधानसभा सीट, ओडिशा में झारसुगुड़ा और मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर भी वोटिंग हुई.
पंजाब में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी के बीच मुकाबला माना गया. वहीं, यूपी की दोनों विधानसभा सीट पर सपा और अपना दल (एस) के बीच सीधी लड़ाई है. इसी तरह से ओडिशा और मेघालय में भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला.
पंजाब में कौन मारेगा सियासी बाजी?
कांग्रेस के संतोख सिंह चौधरी के निधन के बाद जालंधर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ. जालंधर में लगभग 54 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. कांग्रेस ने संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर को मैदान में उतारा है तो बीजेपी से इंदर इकबाल सिंह अटवाल, आम आदमी पार्टी से पूर्व विधायक सुशील कुमार रिंकू और शिरोमणि अकाली दल से मौजूदा विधायक डॉ सुखविंदर सिंह सुक्खी किस्मत आजमा रहे हैं. इस तरह से चारों ही कैंडिडेट पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में हैं. ऐसे में देखना है कि जालंधर लोकसभा सीट पर कौन उपचुनाव जीतता है.
यूपी में सपा-अपना दल (एस) के बीच जंग
UP के स्वार और छनबे विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को हुए उपचुनावों में 50 से कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया. इस बार पिछले साल विधानसभा चुनावों की तुलना में उल्लेखनीय गिरावट आई. इस दौरान मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने अनियमितताओं का आरोप लगाया और चुनाव आयोग से इस पर ध्यान देने और कार्रवाई शुरू करने की मांग की.
यूपी के रामपुर जिले की स्वार टांडा, मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर सपा और अपना दल (एस) के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है. स्वार टांडा विधानसभा सीट पर उपचुनाव सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की सदस्यता रद्द होने की वजह से हुआ. जबकि, छानबे विधानसभा सीट अपना दल (एस) के विधायक राहुल कोल के निधन की वजह से रिक्त हुई.
स्वार टांडा सीट पर छह प्रत्याशियों के बीच मुकाबला हुआ. इसमें अपना दल (एस) से शफीक अहमद अंसारी, समाजवादी पार्टी से अनुराधा चौहान, पीस पार्टी से डॉ. नाजिया सिद्दीकी और तीन निर्दलीय भी चुनाव मैदान में रहे. इसी तरह छानबे विधानसभा सीट पर अपना दल (एस) ने दिवंगत विधायक की पत्नी रिंकी कोल को उम्मीदवार बनाया गया. उनके सामने सपा ने पिंकी कोल मैदान में थीं. यूपी में भविष्य का सियासी रुख और समीकरण तय करने में उपचुनावों के नतीजे अहम भूमिका निभाते हैं. स्वार और छानबे का उपचुनाव इसी कसौटी पर कसा जाएगा. ऐसे में दोनों ही दलों की साख दांव पर लगी है.
ओडिशा में सियासी लड़ाई
ओडिशा की झारसुगुड़ा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में 9 उम्मीदवार मैदान में थे. इस झारसुगुडा क्षेत्र पर 68.12 प्रतिशत मतदान हुआ. बीजेडी से दीपाली दास, बीजेपी के तन्खाधर त्रिपाठी और कांग्रेस के तरुण पांडेय के बीच मुकाबला माना जा रहा है. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की हत्या के बाद रिक्त हुई इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. इसके चलते बीजेडी ने दिवंगत मंत्री की बेटी दीपाली दास को मैदान में उतारकर उनके निधन से उपजी सहानुभूति का फायदा उठाने की कोशिश की है.
एच. डोनकुपर रॉय लिंगदोह के निधन के चलते मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ. इस सीट पर छह प्रत्याशी मैदान में रहे. मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर 91.87 प्रतिशत मतदान हुआ. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी)से सिंशार लिंगदोह मैदान में हैं. सियासी दलों ने पूरी दमखम के साथ इस सीट पर कब्जा करने के लिए ताकत झोंक रखी है. ऐसे में देखना है कि इस सीट पर चुनावी बाजी कौन मारेगा.