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Karnataka Hijab Row: तो क्या इससे जुड़े हैं हिजाब विवाद के तार? जानें पूरी कहानी

karnataka Hijab Row: कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद जारी है. इस बीच पिछले साल 30 अक्टूबर को एक प्रदर्शन से भी इस विवाद के तार जोड़े जा रहे हैं.

कर्नाटक में दिसंबर के आखिर में शुरू हो गया था हिजाब को लेकर विवाद. (फाइल फोटो-PTI) कर्नाटक में दिसंबर के आखिर में शुरू हो गया था हिजाब को लेकर विवाद. (फाइल फोटो-PTI)
नागार्जुन
  • बेंगलुरु,
  • 11 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 6:45 PM IST
  • 30 अक्टूबर को ABVP ने किया था प्रदर्शन
  • एक मुस्लिम छात्र भी हुआ था इसमें शामिल
  • मुस्कान के भी प्रदर्शन में जाने की चर्चा है

कर्नाटक के उडुपी में शुरू हुए हिजाब विवाद को लेकर देशभर में बवाल जारी है. अब तक जो सामने आया है उसमें ये कहा जा रहा है कि हिजाब पहनकर आई छात्राओं को क्लास में जाने से रोकने के बाद ये विवाद शुरू हुआ. हालांकि, इस पूरे विवाद की एक दूसरी कहानी भी निकलकर सामने आ रही है. 

क्या है वो कहानी?

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- पिछले साल मणिपाल की एक छात्रा से कथित बलात्कार का मामला सामने आया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने 30 अक्टूबर को इस मामले की जांच की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.

- ऐसा बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शन में एक मुस्लिम छात्र ने भी हिस्सा लिया था. इस पर कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) ने आपत्ति जताई कि एक मुस्लिम छात्र ABVP के प्रदर्शन में कैसे शामिल हो सकता है?

- हालांकि, उडुपी के एसपी विष्णु वर्धन ने कहा कि इसी घटना से मौजूदा विवाद खड़ा हुआ, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. क्योंकि अभी तक दोनों घटनाओं को लेकर कोई इंटेलिजेंस रिपोर्ट नहीं आई है.

ये भी पढ़ें-- Hijab Row: इन देशों में हिजाब पहनने पर बैन है, लिस्ट में मुस्लिम मुल्क भी शामिल!

मुस्कान ने भी लिया था प्रदर्शन में हिस्सा

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- ऐसा भी कहा जा रहा है कि ABVP के प्रदर्शन में मुस्कान जैनब (Muskan Zainab) ने भी हिस्सा लिया था. मुस्कान वही लड़की हैं जो हिजाब विवाद में चर्चा में आई हैं. बताया जा रहा है कि मुस्कान ने उस प्रदर्शन के दौरान हिजाब नहीं पहना था. इस पर मुस्कान के पिता ने आपत्ति जताई थी और स्कूल में शिकायत की थी.

- इस मामले पर जब उडुपी के विधायक रघुपति भट से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि स्कूल ने उन्हें प्रदर्शन में नहीं भेजा था. बलात्कार के मुद्दे पर उस समय कई लड़कियों ने हिजाब पहनकर प्रदर्शन किया था. 

-  भट ने आरोप लगाया कि लड़कियों ने हिजाब पहनन की मांग तब से शुरू की, जब से वो पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) नाम के संगठन के संपर्क में आईं. उन्होंने बताया कि हमने उनसे कहा कि कैंपस में हिजाब पहनकर आ सकती हैं, लेकिन क्लास में नहीं. विवाद यहीं से शुरू हुआ.

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कॉलेज के प्रिंसिपल का क्या है कहना?

जब पूछा गया कि क्या कॉलेज ने उस लड़की को बिना हिजाब के प्रदर्शन में जाने के लिए कहा था? तो इस पर कॉलेज के प्रिंसिपल रुद्र गोवड़ा ने कहा कि ये सही नहीं है. वो अपनी मर्जी से प्रदर्शन में गई थी. उन्होंने कहा कि हमने उस दिन उसकी एब्सेंट भी लगाई थी. कॉलेज किसी को कहीं नहीं भेजता है. माता-पिता को भी बता दिया गया था.

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अक्टूबर-नवंबर में बने ट्विटर हैंडल

- हिजाब विवाद को लेकर 6 छात्राओं ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. इनमें आलिया असादी, बीबी आयशा पलावकर, आयशा हजारा अल्मास और मुस्कान जैनब भी हैं. 

- इन चारों के ट्विटर हैंडल अक्टूबर और नवंबर 2021 में बने थे. इनके अकाउंट्स पर रोज हिजाब विवाद को लेकर पोस्ट अपडेट की जा रही हैं. ये कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) के ट्वीट को रिट्वीट कर रहे हैं. (आजतक या इंडिया टुडे इन हैंडल की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता, क्योंकि वो वेरिफाइड नहीं हैं.)

- सीएफआई के राष्ट्रीय महासचिव अश्वान सादिक ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है और उनका कहना है कि वो (छात्राएं) फॉलोअर हैं.

 

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