
कर्नाटक में लिंगायत समाज के बड़े नेता जगदीश शेट्टार ने सात महीने बाद घर वापसी की है. शेट्टार आज बीजेपी में शामिल हो गए. दिल्ली में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में शेट्टार ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान पार्टी मुख्यालय में शेट्टार के साथ पूर्व सीएम वीएस येदियुरप्पा भी पहुंचे थे. उनके साथ कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र भी दिल्ली पहुंचे.
कर्नाटक विधानसभा से ठीक पहले अप्रैल 2023 में शेट्टार ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वे बीजेपी से टिकट कटने से नाराज हो गए थे. शेट्टार ने 10 मई 2023 को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट ना मिलने पर भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की थी. उसके बाद वो कांग्रेस में शामिल हो गए थे और विधानसभा का चुनाव लड़े थे.
इससे पहले येदियुरप्पा और विजयेंद्र ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और पार्टी की तैयारियों को लेकर चर्चा की.
बीजेपी उम्मीदवार ने हराया था चुनाव
उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर हुबली धारवाड़ सेंट्रल सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी के महेश तेंगिनाकाई ने शेट्टार को 34,289 वोटों से हराया था.
'मैं सिर्फ सम्मान चाहता हूं'
कांग्रेस में शामिल होने पर शेट्टार ने कहा था कि मुझे सत्ता की भूख नहीं, मैं सिर्फ सम्मान चाहता हूं. उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट ना देकर मेरा अपमान किया है. मैं महत्वाकांक्षी व्यक्ति नहीं हूं और ना ही मैं सत्ता का भूखा हूं.
'विरासत में मिली है सियासत'
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार स्वच्छ छवि के नेता माने जाते हैं. उन्हें सियासत विरासत में मिली है. शेट्टार हुबली-धारवाड़ के मेयर रहे हैं. इसके अलावा उनके भाई एमएलसी और चाचा विधायक हैं. इस तरह से शेट्टार परिवार की हुबली-धारवाड़ इलाके में मजबूत पकड़ है.