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कर्नाटक के इस क्षेत्र ने कोविड मौतों में कमी के लिए अपनाया यह तरीका

जिला अधिकारियों को सिम्पटोमैटिक मरीजों को ढूंढने में दिक्कत होती है. कई मरीज कोविड केयर सेंटर्स में जाने की जगह घर पर ही आइसोलेशन में रहने के लिए इजाजत देने पर जोर देते हैं. अधिकारी ऐसे घरों पर विशेष तौर पर नजर रख रहे हैं जहां मरीजों के लिए अलग से टॉयलेट्स और बॉथरूम्स नहीं हैं.

सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई) सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)
नोलान पिंटो
  • बेंगलुरु ,
  • 19 मई 2021,
  • अपडेटेड 10:53 PM IST
  • सिम्पटोमैटिक मरीजों को कोविड केयर सेंटर्स भेजा जा रहा
  • रायचूर जिले में 15 कोविड केयर सेंटर्स खोले गए हैं

कर्नाटक सरकार की ओर से हाल में निर्देश जारी किए गए कि सिम्पटोमैटिक कोविड मरीजों को कोविड केयर सेंटर्स (CCCs) में शिफ्ट किया जाए. ऐसा संक्रमण फैलने की चेन को तोड़ने के लिए किया गया. कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में आने वाले जिलों के प्रशासनिक अधिकारी कोविड मरीजों और उनके प्राइमरी कॉन्टेक्ट्स को कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट कर रहे है.

ऐसा मरीजों और उनके घरवालों के विरोध के बावजूद किया जा रहा है. इसके पीछे तर्क ये है कि ग्रामीण इलाकों में घरों में अलग से टॉयलेट या बॉथरूम जैसी सुविधाएं नहीं हैं, जो आइसोलेशन के लिए जरूरी है. प्रशासनिक अधिकारियों को भरोसा है कि ये तरीका अपनाने से कोविड मौतों की संख्या को कम रखा जा सकेगा.

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कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में कलबुर्गी, बीदर, रायचूर, यादगीर, बेल्लारी, विजयनगर और कोप्पल जिले आते हैं. कलबुर्गी जिले में 13 कोविड केयर सेंटर्स खोले गए हैं, यहां 100 मरीजों का इलाज चल रहा है. 

रायचूर जिले में 15 कोविड केयर सेंटर्स खोले गए हैं और वहां 225 मरीजों का इलाज हो रहा है. प्रशासन ने यहां कोविड मरीजों के लिए 2,500 बेड तैयार कर रखे हैं. यादगीर जिले में तीन जगह पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं.

इसी तरह कोप्पल जिले में दोनों तालुका में दो-दो कोविड केयर सेंटर्स खोले जा रहे हैं. जल्दी ही यहां मरीजों को भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी. 

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जिला अधिकारियों को सिम्पटोमैटिक मरीजों को ढूंढने में दिक्कत होती है. कई मरीज कोविड केयर सेंटर्स में जाने की जगह घर पर ही आइसोलेशन में रहने के लिए इजाजत देने पर जोर देते हैं. अधिकारी ऐसे घरों पर विशेष तौर पर नजर रख रहे हैं जहां मरीजों के लिए अलग से टॉयलेट्स और बॉथरूम्स नहीं हैं. ऐसे घरों में कोई सिम्पटोमैटिक मरीज हैं तो उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर्स में ही शिफ्ट किया जा रहा है.

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शनिवार को राज्य सरकार ने गांवों और तालुकों में होम आइसोलेशन सिस्टम को बंद करने का फैसला किया था. कर्नाटक के डिप्टी सीएम अश्वथा नारायण ने कहा कि बेंगलुरु से उलट ग्रामीण क्षेत्रों में घरों में आइसोलेशन के लिए आवश्यक सुविधाएं नहीं हैं. ऐसे में परिवार के दूसरे सदस्यों का संक्रमण का बड़ा खतरा बना रहता है. इसीलिए हमने ये अनिवार्य कर दिया कि सभी संक्रमित मरीजों को कोविड केयर सेंटर्स में भर्ती किया जाएगा. प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर्स या तालुक मुख्यालयों पर ये कोविड केयर सेंटर काम कर रहे हैं. 

 

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