
कर्नाटक के हावेरी की हनागल तहसील में इंटरफेथ कपल के साथ हुए दुर्व्यवहार और पिटाई मामले को लेकर पुलिस एक्शन में आ गई है. पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ दायर केस में रेप की धारा भी बढ़ा दी है. पुलिस के मुताबिक, मामले में धारा 376 भी जोड़ी गई है.
मामले में पहले ही हो चुकी है 3 लोगों की गिरफ्तारी
इस मामले में 3 लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, 3 अन्य को गिरफ्तार करने की तैयारी है. इस मामले में पीड़िता ने 7 लोगों के खिलाफ आरोप लगाया है. बता दें कि कर्नाटक के हावेरी में एक कपल के साथ होटल में घुसकर नैतिक दुर्व्यवहार किया गया था. पुलिस मॉरल पुलिसिंग से जुड़े इस मामले में कार्रवाई में जुटी है.
हावेरी पुलिस ने कही ये बात
इस घटना को लेकर हावेरी के एसपी अंशु कुमार ने कहा कि, “पीड़िता को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करके CRPC की 164 के तहत बयान दर्ज किया गया है. उनके बयान के मुताबिक हम धारा 376 जोड़ रहे हैं. उन्होंने अपने बयान में 7 लोगों पर आरोप लगाया है. 3 पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. अन्य 3 अस्पताल में हैं. डिस्चार्ज होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.' हम बाकियों को भी गिरफ्तार करेंगे.”
8 जनवरी की है घटना
बता दें कि, यह घटना 8 जनवरी को हुई थी. उनके मुताबिक, अल्पसंख्यक समुदाय की 26 वर्षीय युवती दोपहर 1 बजे, 40 वर्षीय युवक के साथ होटल में रुकी थी. कपल बीते तीन साल से रिलेशनशिप में है. युवक KSRTC ड्राइवर है. सामने आया है कि, गिरोह ने होटल के कमरे के अंदर घटे पूरे वाकये का वीडियो बनाया था.
आरोपियों ने बनाया था घटना का वीडियो
पुलिस ने कहा कि ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. एक कथित वीडियो में छह लोगों को एक कमरे का दरवाजा खटखटाते देखा जा सकता है. इसमें एक आदमी जब दरवाजा खोलता है, तो दरवाजा खोलते ही हमलावरों को अंदर घुसते और युवती की ओर बढ़ते देखा जा सकता है. गिरोह ने कपल के साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया, फिर उनके साथ मारपीट की और जब युवती बुर्के से अपना चेहरा ढकने की कोशिश कर रही थी तब उनका वीडियो भी बनाया.
अल्पसंख्यक समुदाय के थे आरोपी
पुलिस के मुताबिक, जब कपल होटल में दाखिल हुआ तो एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने उन्हें देख लिया. बुर्का पहनी युवती को दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति के साथ देखकर उसने तुरंत स्थानीय पुरुषों के गिरोह को सतर्क कर दिया, जो अल्पसंख्यक समुदाय के भी थे. 15 मिनट के भीतर, 23 से 26 साल की उम्र के छह लोगों का एक गिरोह होटल पहुंचा और कपल की तलाश शुरू कर दी.
कपल को सुनसान जगह पर ले गए थे आरोपी
वे कथित तौर पर होटल के कमरे में घुस गए और कपल पर हमला करना शुरू कर दिया. उन्हें देखकर महिला ने अपना चेहरा छुपाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने उनके साथ मारपीट की और होटल में उनकी मौजूदगी पर सवाल उठाए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, अंततः उन्होंने उन्हें कमरे से बाहर खींच लिया. तीन मोटरसाइकिलों पर आए गिरोह कपल को एक सुनसान जगह पर ले गए, जो होटल से लगभग एक किलोमीटर दूर था. वहां पहुंचकर उन्होंने कपल की पिटाई शुरू कर दी युवती के साथ दुर्व्यवहार किया और लाठियों से भी मारा.
युवती को 500 रुपये देकर घर भेजा
इसके बाद गिरोह ने उसे 500 रुपये दिए और अपने घर जाने के लिए कहा. बाद में वह सिरसी चली गई जहां उसका पति रहता है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसकी सात साल की एक बच्ची है. इसके बाद गिरोह वहां से भाग गया. घटना के एक दिन बाद ही पुलिस को मामले की जानकारी मिली और पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए कपल को खोज निकाला. पीड़िता की शिकायत के आधार पर बुधवार को मामला दर्ज किया गया और घटना में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बाकी अन्य लोगों की गिरफ्तारी की हो रही तैयारी
पुलिस ने कहा कि आरोपी सदस्य किसी भी संगठन से जुड़े नहीं हैं, अब तक गिरफ्तार किए गए दो लोगों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है, लेकिन इसे सत्यापित करने की आवश्यकता है. पुलिस अधिकारी ने कहा, "पीड़िता को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करके CRPC की 164 के तहत बयान दर्ज किया गया है. उनके बयान के मुताबिक हम धारा 376 जोड़ रहे हैं. उन्होंने अपने बयान में 7 लोगों पर आरोप लगाया है. 3 पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. अन्य 3 अस्पताल में हैं. डिस्चार्ज होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.' हम बाकियों को भी गिरफ्तार करेंगे. हमारे पास हमले के वीडियो सबूत भी हैं,''
इन धाराओं में दर्ज हुआ था केस
वर्तमान में, धारा 354 (बी) (महिला को निर्वस्त्र करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का उपयोग), 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला या आपराधिक बल का उपयोग), 363 (अपहरण), 323 (स्वेच्छा से हमला) के तहत मामला दर्ज किया गया है. चोट पहुंचाना), 448 (घर में अतिक्रमण), 506 (आपराधिक धमकी), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 143 (गैरकानूनी जमावड़ा), 147 (दंगा) और 149 (सामान्य इरादे से गैरकानूनी जमावड़ा) पुलिस के मुताबिक भारतीय दंड संहिता दर्ज कर लिया गया है.
कर्नाटक के बेलगावी में भी घटा ऐसा ही मामला
बता दें कि इससे ठीक पहले भी कर्नाटक में मॉरल पुलिसिंग का मामला सामने आया था. इस घटना में आरोपियों ने एक चचेरे भाई-बहन को इसी तरह कपल समझकर उनसे मारपीट की थी. बेलगावी में मॉरल पुलिसिंग के इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मामले में दो नाबालिगों को भी पकड़ा है. आरोपियों ने भाई-बहनों को इंटरफेथ कपल समझ लिया था. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि घटना बीते शनिवार, 6 जनवरी को हुई थी, इससे दो दिन पहले लगभग 170 किमी दूर हावेरी में मॉरल पुलिसिंग की एक और घटना घटी थी.
चचेरे भाई-बहनों से की थी मारपीट
पुलिस के अनुसार, लगभग 20 साल के पीड़ित यहां फोर्ट लेक पर बैठे थे और बातचीत कर रहे थे, तभी नाबालिगों सहित पुरुषों का एक गिरोह वहां पहुंचा. यह मानते हुए कि वे इंटरफेथ कपल हैं, गिरोह में शामिल लोग दोनों पीड़ितों को झील के पास एक कमरे में ले गए और पाइप से उन पर हमला किया.
स्नातक की छात्रा है पीड़िता
पीड़िता स्नातक की छात्रा है और वह कुछ दस्तावेज़ लेने के लिए अपने कॉलेज गई थी. उसे दोपहर 3.30 बजे तक इंतजार करने के लिए कहा गया था, इसलिए उसका चचेरा भाई भी उसके साथ आ गया और वे फोर्ट लेक पर इंतजार कर रहे थे. पीड़िता ने हिजाब पहन रखा था जबकि लड़के ने तिलक लगाया हुआ था. आरोपियों ने कपल समझकर आरोपियों उनके साथ मारपीट की थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, पीड़ितों ने आरोपियों से बताया कि वे चचेरे भाई-बहन हैं, लोगों ने उन्हें नहीं छोड़ा.
पीड़ित लड़के को अस्पताल में कराया भर्ती
लड़की की मां हिंदू और पिता मुस्लिम हैं. उन्होंने कहा, लड़की की मां और लड़के की मां बहनें हैं. घटना के बाद आरोपी गिरोह मौके से भाग गया. अधिकारी ने बताया कि इस बीच, लड़के ने अपने माता-पिता को बताया जिन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. इस हमले में लड़के को गंभीर चोटें आईं, जिसे इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. अब वह खतरे से बाहर है.
घटना में सात लोगों की गिरफ्तारी
शिकायत के मुताबिक, घटना में 17 लोग शामिल थे. उनमें से तीन को FIR में नामित किया गया है. अधिकारी ने कहा, हालांकि, लोगों की आवाजाही की जांच करने और घटनाओं के क्रम का पता लगाने के लिए जब अपराध स्थल के आसपास के इलाकों के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, तो केवल 10 लोगों की संलिप्तता ही सामने आई है. उन्होंने कहा, "10 लोगों में से हमने सात को गिरफ्तार कर लिया है और दो नाबालिगों को पकड़ लिया है. एक आरोपी अभी भी फरार है और हमारी टीमें उसका पता लगाने की कोशिश कर रही हैं. सभी आरोपी अल्पसंख्यक समुदाय से हैं."