
कर्नाटक के विजयपुरा से बीजेपी सांसद और दलित नेता रमेश जिगाजिनागी ने अपनी पार्टी के खिलाफ तीखे तेवर दिखाए हैं. उन्होंने खुले तौर पर बीजेपी के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र में ज्यादातर मंत्री अगड़ी जाति के हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि मंत्रिमंडल में दलितों को प्रमुख्ता नहीं दी जाती है.
बीजेपी सांसद रमेश जिगाजिनागी ने मंगलवार को पूछा गया क्या वह कैबिनेट मंत्री पद के इच्छुक हैं तो उन्होंने कहा कि मुझे केंद्रीय मंत्री पद की मांग करने की कोई आवश्यकता नहीं है. मुझे लोगों की जरूरत है, लेकिन जब मैं (चुनाव के बाद) वापस आया तो लोगों ने मुझे बुरी तरह डांटा. कई दलितों ने मुझसे इस बारे में बहस की कि भाजपा दलित विरोधी कैसे है और मुझे पार्टी में शामिल होने से पहले यह पता होना चाहिए था.
रमेश जिगाजिनागी ने आगे कहा कि उन्होंने मुझे समझाया, ये कैसा अन्याय है या न्याय है? मेरे जैसा अकेला दलित व्यक्ति है, जिसने दक्षिण भारत में इस तरह 7 चुनाव जीते हैं. पर सभी अगड़ी जातियों के लोग कैबिनेट मंत्री हैं. क्या दलितों ने कभी बीजेपी का साथ नहीं दिया? इससे मुझे गहरा दुख हुआ है.
विजयपुरा से भाजपा सांसद और दलित नेता रमेश ने पार्टी के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ज्यादातर केंद्रीय मंत्री उच्च जाति के हैं, जबकि दलितों को प्रमुखता नहीं दी जाती है. जिगाजिनागी ने यह भी बताया कि कई लोगों ने उन्हें भाजपा में वापस न लौटने की सलाह दी थी, क्योंकि यह दलित विरोध है.