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सिंधिया घराने की महारानी बैजा बाई ने किया था ज्ञानवापी कुएं में शिवलिंग का संरक्षण, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य का बड़ा बयान

Jyotiraditya Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बड़ा दावा करके हलचल मचा दी है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि सिंधिया घराने की महारानी बैजाबाई ने काशी के मंदिरों के साथ- साथ ज्ञानवापी के कुएं में मौजूद शिवलिंग का संरक्षण किया था.

ग्वालियर में रामलीला के मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा दावा. ग्वालियर में रामलीला के मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा दावा.
हेमंत शर्मा
  • ग्वालियर ,
  • 23 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 12:04 PM IST

काशी का ज्ञानवापी का मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है. लेकिन इसी बीच केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक दावे ने हलचल मचा दी है. उन्होंने दावा किया है कि सिंधिया घराने की महारानी बैजाबाई ने ज्ञानवापी के कुएं में मौजूद शिवलिंग का संरक्षण किया था. सिंधिया के इस दावे ने इस बात को भी बल दे दिया है कि ज्ञानवापी के कुएं में शिवलिंग ही मौजूद है. 

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दरअसल, ज्ञानवापी के मामले पर पूरा देश निगाह गढ़ाए बैठा हुआ है. ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में देवी देवताओं की पूजा करने की इजाजत के लिए कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. यह मामला लगातार वाराणसी की सिविल कोर्ट के साथ ही इलाहाबाद के हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पहुंचता रहा है. ज्ञानवापी के विवादित एरिया के सर्वे और वीडियो ग्राफी के बीच कोर्ट में दलीलें भी जारी हैं. 

इसी बीच, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह बयान देकर हलचल मचा दी है कि ज्ञानवापी के कुएं में शिवलिंग मौजूद है और इस शिवलिंग का संरक्षण सिंधिया घराने की महारानी बैजाबाई ने किया था.  उन्होंने कहा कि बैजाबाई ने मालवा की महारानी अहिल्याबाई होलकर के साथ मिलकर यह संरक्षण किया था. सिंधिया रविवार की रात को ग्वालियर में आयोजित रामलीला मंचन कार्यक्रम में पहुंचे थे और यहां वे रामलीला देखने पहुंचे लोगों को संबोधित कर रहे थे. देखें Video:-

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इस दौरान सिंधिया ने दावा किया कि जब बाहरी आक्रमणकारी हमला कर रहे थे तब बैजाबाई ने न केवल ज्ञानवापी के कुएं में मौजूद शिवलिंग का संरक्षण किया, बल्कि उसे काशी में फिर से स्थापित भी किया. सिंधिया का यह बयान सामने आने के बाद हलचल मच गई है. हालांकि, अभी तक किसी ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया तो नहीं दी है. 

बीजेपी के वरिष्ठ नेता सिंधिया ने यह बयान यूं ही नहीं दिया है. दरअसल, शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'सिंधिया स्कूल' के 125 वे स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ग्वालियर पहुंचे थे. पीएम मोदी ने मंच से अपने संबोधन में कहा था कि सिंधिया घराने ने काशी के कई घाटों का निर्माण करवाया और मंदिरों का संरक्षण किया. मोदी के इस बयान के बाद रविवार को सिंधिया ने ज्ञानवापी मामले पर अपना बयान दिया है, जिसके बाद से ज्ञानवापी मामले ने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है.

उल्लेखनीय है कि वाराणसी की एक अदालत ने बीते शनिवार को ही ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के चल रहे एएसआई सर्वेक्षण में 'वज़ूखाना' को शामिल करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी.  

यह याचिका ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में याचिकाकर्ताओं में से एक राखी सिंह ने दायर की थी. 'वज़ूखाना' की जगह हिंदू वादियों ने 'शिवलिंग' होने का दावा किया है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किए जा रहे सर्वेक्षण का यह हिस्सा नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण एएसआई परिसर में उस स्थान की देखरेख कर रहा है. 

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