
कोरोना केस के मामलों में केरल की स्थिति पहले की तुलना में जरूर सुधरी दिख रही है, लेकिन दूसरे राज्यों से तुलना किया जाए, तो चिंता बढ़ जाती है. लगातार कई दिनों से केरल में आठ हजार से ज्यादा कोरोना मामले सामने आ रहे हैं. मौतें भी ज्यादा केरल में ही हो रही हैं. ये ग्राफ अभी भी 70 से 90 के बीच बना हुआ है.
केरल में कोरोना ने बढ़ाई चिंता
पिछले 24 घंटे की बात करें तो केरल में कोरोना वायरस के 8,538 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 71 ऐसे लोग रहे जिन्होंने इस महामारी के आगे अपना दम तोड़ दिया. राहत की बात ये है कि केरल ने अभी भी अपनी टेस्टिंग कम नहीं की है. पिछले 24 घंटे में 79,100 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है. रीकवरी के मामले में भी राज्य का प्रदर्शन ठीक कहा जाएगा. कई लोग रोज डिसचार्ज होकर अपने घर लौट रहे हैं.
टीकाकरण के मामले में भी केरल अच्छा करता दिख रहा है. पहली डोज तो 94.3 प्रतिशत लोगों को लग चुकी है, वहीं दोनों डोज 47.8 फीसदी लोगों ने ले ली है. अब जैसे-जैसे टीकाकरण की रफ्तार बढ़ती जाएगी, राज्य में कोरोना के मामले भी कम होने शुरू हो जाएंगे.
महाराष्ट्र इन रिकवरी मोड
वैसे केरल में जो स्थिति चिंताजनक दिखाई दे रही है, महाराष्ट्र में अब ऐसे हालात नहीं हैं. वहां पर पिछले कई दिनों से लगातार कोरोना ग्राफ नीचे ही जा रहा है. आंकड़े बताते हैं कि राज्य में अब सक्रिय मरीजों की संख्या भी 23,894 रह गई है. पिछले 24 घंटे में 1,410 नए मामले दर्ज किए गए हैं और 18 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. अब हर पहलू से महाराष्ट्र की वर्तमान स्थिति रिकवरी मोड की ओर इशारा कर रही है.
दिल्ली में राहत की खबर
राजधानी दिल्ली की बात करें तो वहां तो कोरोना अब कंट्रोल में दिखाई दे रहा है. पिछले 24 घंटे में सिर्फ 37 नए मामले सामने आए हैं और किसी ने भी अपनी जान नहीं गंवाई है. पिछले कई दिनों से दिल्ली में या तो सिर्फ एक मौत हो रही है या फिर ये आंकड़ा शून्य भी रह रहा है. ऐसे में वहां पर स्थिति लगातार सुधार की तरफ दिख रही है.