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देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में तबाही देखी गई थी. दो-तीन महीनों तक रोजाना बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे थे, जिसके बाद फिर कमी आने लगी. हालांकि, एक बार फिर से कोरोना के मामले कई राज्यों में बढ़ने लगे हैं, जिसके चलते केंद्र और राज्य सरकार सतर्क हो गई हैं.
जिन राज्यों में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, उनमें से एक राज्य केरल है. केरल इन दिनों कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य है. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे थे कि कहीं केरल में कोरोना का कोई नया वैरिएंट सामने आया है, जिसकी वजह से मामलों में इजाफा हो रहा है, लेकिन इन सवालों को केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया है.
सरकारी सूत्रों के अनुसार, केरल में कोरोना वायरस के मामले जरूर बढ़े हैं, लेकिन कोई भी नया कोविड वैरिएंट इसके पीछे वजह नहीं है. कोरोना मामलों के इकट्ठे किए गए सैंपल्स में सामने आया है कि एक जुलाई तक कुल मामलों में से 95 फीसदी मामले डेल्टा वैरिएंट के चलते सामने आए हैं. मालूम हो कि डेल्टा वैरिएंट दुनिया में काफी तेजी से फैल रहा है और ब्रिटेन, अमेरिका समेत कई देशों में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी की वजह भी यही वैरिएंट है.
बता दें कि केरल में गुरुवार को 22 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए थे. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, केरल में कोरोना के 22040 मामले दर्ज किए गए, जबकि 117 लोगों की वायरस से जान चली गई. इस तरह राज्य में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34.93 लाख हो चुकी है और मरने वालों का कुल आंकड़ा भी बढ़कर 17,328 तक पहुंच गया है.