
केरल के एर्नाकुलम में रविवार (29 अक्टूबर) को हुए 3 सिलसिलेवार बम धमाकों में मरने वालों की संख्या 3 हो गई है. तीसरी मौत रविवार देर रात हुई, जबकि दो महिलाओं की मौत पहले ही हो गई थी. अब एक 12 साल की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हुई है. इस धमाके में 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 5 की हालत नाजुक है. सभी का इलाज जारी है.
अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक एर्नाकुलम जिले के मललयट्टूर में रहने वाली लिबना नाम की 12 साल की बच्ची ने रविवार देर रात कलामासेरी मेडिकाल कॉलेज में दम तोड़ दिया. अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने बयान जारी कर कहा कि बच्ची को रविवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके शरीर का 95 फीसदी हिस्सा ब्लास्ट के कारण जल गया था. वेंटिलेटर सपोर्ट मिलने के बावजूद उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई, जिसके बाद देर रात 12.40 बजे उनकी मौत हो गई.
बता दें कि इस घटना की जिम्मेदारी डोमिनिक मार्टिन नामके शख्स ने ली है, उसने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. केरल सरकार ने एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था के नेतृत्व में 20 लोगों की जांच टीम बना दी है. इस टीम की जिम्मेदारी कोच्चि डीसीपी को दी गई है. वहीं, दिल्ली से जांच के लिए एनएसजी की एक स्पेशल टीम भी एर्नाकुलम पहुंची है.
आरोपी का दावा- विचारधारा पसंद नहीं
हैरानी की बात यह है कि ब्लास्ट करने वाले शख्स डोमिनिक मार्टिन ने धमाके के पीछे अजीब वजह बताई है. पुलिस के मुताबिक डोमिनिक का दावा है कि वो भी ईसाई धर्म के उसी यहोवा विटनेसस् समूह से जुड़ा हुआ है, जिनकी प्रार्थना सभा में धमाका किया गया. हालांकि, उसका कहना है कि उसको उनकी विचारधारा पसंद नहीं है. उन्हें वो देश के लिए खतरा मानता है, क्योंकि वो लोग देश के युवाओं के दिमाग में जहर घोल रहे हैं. इसलिए उसने उनकी प्रार्थना सभा के दौरान बम ब्लास्ट किया है. पुलिस ने कहा कि इस मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है.
ब्लास्ट में किया गया IED का इस्तेमाल
केरल के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थिति का आंकलन करने के लिए जांच जारी है. हालांकि, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विस्फोट एक IED डिवाइस से हुआ था. अधिकारियों का कहना है कि विस्फोटक सामग्री की पहचान फॉरेंसिक जांच के बाद ही की जा सकती है. हालांकि, सूत्रों ने आजतक को बताया है कि डिवाइस एक टिफिन बॉक्स में मिला था.
अस्पताल के कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि धमाकों के बाद 52 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया. इस ब्लास्ट के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों सहित सभी स्वास्थ्य कर्मियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटने का निर्देश दिया था. जो कर्मचारी छुट्टी पर थे, उन्हें भी ड्यूटी पर तैनात करने के निर्देश दिए गए थे.
ब्लास्ट के वक्त दिल्ली में थे CM विजयन
केरल के एर्नाकुलम में जिस वक्त धमाका हुआ, उस समय राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन इजरायल-हमास की जंग के विरोध में हुए प्रदर्शन में शामिल होने दिल्ली आए थे. दो दिन पहले ही केरल के मल्लापुरम में फिलिस्तीन के समर्थन में रैली हुई थी, जिसे को हमास के आतंकी ने वर्चुअली संबोधित किया था. इसे तमाम लोगों ने खतरा बताते हुए केरल सरकार पर हमला बोला था.