
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य सरकारें अपने यहां लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण कराने पर जोर दे रही हैं. कोरोना से प्रभावित राज्य केरल अपने यहां स्पुतनिक वैक्सीन बनाने के लिए रूस के साथ बातचीत कर रहा है. सरकार ने इसके लिए 10 एकड़ जमीन की भी पहचान कर ली है.
कहा जा रहा है कि इसके लेटर ऑफ इंटेंट (Letter of intent, LOI) पर अगले 3 दिनों के भीतर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है. दोनों पक्षों के बीच वैक्सीन के निर्माण को लेकर बातचीत तभी शुरू हो गई थी जब वैक्सीन की भारी कमी थी.
फिलहाल शुरुआती चर्चा चल रही है और दोनों पक्षों के बीच नियम तथा शर्तों पर चर्चा की जा रही है. राज्य के मुख्य सचिव और उद्योग अधिकारी रूसी अधिकारियों, काउंसिल जनरल और प्रत्यक्ष निवेश बोर्ड (Direct investment board) के साथ चर्चा कर रहे हैं.
राज्य के लोगों को होगा फायदाः उद्योग मंत्री
राज्य के उद्योग मंत्री पी राजीव ने कहा कि यह केरल के लोगों के लिए फायदेमंद होगा लेकिन हमें अंतिम निर्णय पर पहुंचना होगा. तिरुवनंतपुरम के लाइफ साइंस पार्क में इस परियोजना के लिए पहले ही 10 एकड़ भूमि निर्धारित की जा चुकी है.
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इससे पहले मुख्यमंत्री पी विजयन ने खुद उन कंपनियों को आकर्षित करने को लेकर ऐलान किया था जो केरल से वैक्सीन बनाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इससे पहले हमने केएसडीपी (केरल स्टेट ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड) को जिम्मेदारी सौंपी है. सरकार ने एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, और उन्होंने फैसला किया कि लाइफ साइंस पार्क थोनक्कल में भूमि, वैक्सीन बनाने के लिए उपयुक्त है.
मुख्य सचिव और अन्य अधिकारी रूसी अधिकारियों, माननीय काउंसिल जनरल और प्रत्यक्ष निवेश बोर्ड के साथ परामर्श कर रहे हैं. शुरुआती बातचीत चल रही है और मुझे लगता है कि हम कुछ दिनों के भीतर उनके साथ एलओआई के साथ काम शुरू कर देंगे.
उन्होंने कहा कि यह केरल के लोगों के लिए फायदेमंद होगा, लेकिन हम शर्तों पर चर्चा कर रहे हैं, उन्हें जो कुछ भी चाहिए. साथ ही हम क्या उम्मीद करते हैं, कि प्रारंभिक चर्चा चल रही है. हालांकि इस चर्चा के विवरण में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता. केरल जिम्मेदार निवेश और जिम्मेदार उद्योग में विश्वास करता है.