
केरल की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री वीना जॉर्ज ने 'इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2023' में शिरकत की और 'महामारी के बाद की चुनौतियों से निपटना' पर आयोजित सत्र में बताया कि कैसे सरकार स्वास्थ्य की दिशा में काम कर रही है. वीना जॉर्ज ने बताया कि कैसे कोविड महामारी के दौरान केरल के लोगों ने काफी सहयोग किया और उस समय प्रशासन, जिला कलेक्टर सभी लोगों की मदद की. डॉ. वीना ने कहा कि हमने पोस्ट-कोविड क्लीनिक शुरू किएं, जिसमें हम पोषण, कार्डियो-वैस्कुलर रिहैबिलिटेशन की कोशिश की है.
एक सवाल के जवाब में केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'यह समय आराम करने का नहीं है. कोरोना के बाद सिंड्रोम से कई लोग प्रभावित हुए. एजिथ्रोमाइसन इस कोविड महामारी के दौरान सबसे अधिक बिकने वाली दवा थी. हमें दवा के प्रयोग को कम करना था. मेंटल हेल्थ कोरोना के बाद बहुत बड़ा चेलैंज था. कोविड के दौरान हमारी कोशिश थी कि मौत की दर को कम करना. हमने एक ऐप बनाया, जिससे पता लगाया कि कैसे लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है, या उन्हें पोस्ट कोविड क्या दिक्कत है...हमने पूरे राज्य में पोस्ट कोविड क्लिनिक स्टार्ट किए. इसमें लोगों को लोगों को हर तरह की बीमारी से उबरने में सहायता प्रदान की गई.'
वीना जॉर्ज ने बताया, 'केरल में अच्छी संख्या में अस्पताल हैं, स्वास्थ्य कर्मी हैं, कोविड के दौरान हमारे पास पर्याप्त ऑक्सीजन थी. कोविड के दौरान हमारे पास पर्याप्त मात्रा में लैब थी...अगस्त 2023 तक हमारे पास 2 लाख से ज्यादा हेल्थ वर्कर की फौज तैयार हो जाएगी, जो किसी भी वायरस से निपटने में सहायता प्रदान करेगी और अलर्ट करेगी और ये पूरी तरह से ट्रेंड होंगे. '
इस दौरान सत्र में शामिल क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर की डॉ. प्रिया अब्राहम ने कहा, 'क्रीमिया से एक बुखार आया था जिसके मरीज गुजरात और राजस्थान में पाए गए थे, गनीमत यह रही कि यह देश में फैला नहीं. उन्होंने बताया कि विदेश से कई बीमारियां आईं लेकिन भारत में उनका कम असर रहा...कोविड की तरह भविष्य में कई बीमारियां आ सकती हैं.' एंटी वायरल ड्रग और वैक्सीन के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए डॉ. प्रिया ने बताया, 'इस महामारी ने दिखाया कि भारत वैक्सीन का बड़ा उत्पादक देश है. ..हमारे सामने कई बीमारियों के लिए अभी दवा इजाद करने की चुनौती है.'
उन्होंने कहा कि 'ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, जानवरों के प्रवासन, रोग फैलाने वाले वैक्टर के विभिन्न व्यवहार को देखते हुए भविष्य में नए वायरस की संभावनाएं भी बहुत हैं.'
सरकार को कैसे काम करना चाहिए? इस सवाल के जवाब में डॉ. प्रिया ने बताया, केंद्र सरकार को राज्य सरकार के साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों को राज्य सरकार के अधिकारियों के मिलकर चलना चाहिए. सरकार को लोगों को विश्वास में लेना चाहिए..
वहीं अपनी तीन प्राथमिकताओं के बारे में पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, 'वन वेल्थ, वन वेल्थ प्रोगाम पर कार्यक्रम करना चाहिए, पोस्ट कोविड के लिए बजट का आवंटन हो और आउटब्रेक्स (प्रकोप) कई जगहों पर हो रहा है जो सबसे अधिक खतरा है. सरकार को उस पर फोकस करना चाहिए, जो इस समय सबसे जरूरी है.'