
केरल में चलती ट्रेन में आग लगाने के मामले में गिरफ्तार शाहरुख सैफी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक, शाहरुख सैफी ने साजिश के तहत इस वारदात को अंजाम दिया था. वह अपने साथ बैग में पेट्रोल से भरी बोतलें लेकर ट्रेन में सवार हुआ था. महाराष्ट्र के रत्नागिरी के रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार शाहरुख सैफी का शाहीन बाग का रहने वाला है. पुलिस को घटनास्थल पर एक डायरी मिली थी, इसमें कुछ पते लिखे थे, इन्हीं के आधार पर जांच एजेंसी सैफी तक पहुंची. हालांकि, सैफी ने इस वारदात को क्यों अंजाम दिया, यह अभी तक साफ नहीं हो सका है.
दरअसल, केरल के कोझिकोड में रविवार को अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस के एक कोच में एक अज्ञात व्यक्ति ने यात्रियों को आग लगा दी थी. उस वक्त ट्रेन कोरापुझा पुल पर थी. इस घटना में 9 लोग झुलस गए, जबकि तीन लोग लापता हो गए थे. इसके बाद तीनों के शव रेलवे ट्रैक पर मिले थे.पुलिस का मानना है कि आग लगने के बाद ये यात्रियों ने खुद को बचाने के लिए ट्रेन से छलांग लगा दी.
रत्नागिरी से गिरफ्तार हुआ शाहरुख सैफी
इस घटना की जांच के लिए केरल पुलिस की और से SIT का गठन किया गया. इतना ही नहीं पुलिस ने गवाह द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर एक संदिग्ध युवक का एक स्केच जारी किया था. महाराष्ट्र एटीएस ने बुधवार को महाराष्ट्र के रत्नागिरी के रेलवे स्टेशन से सैफी को गिरफ्तार कर लिया. वह यहां से भागने की फिराक में था. एटीएस के मुताबिक, शाहरुख सैफी ने कबूल कर लिया है कि वह वारदात में शामिल था.
केरल के सीएम पी विजयन ने बताया कि इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में देश के अलग अलग हिस्सों में जांच चल रही है.उन्होंने कहा कि आरोपी घटनास्थल से फरार हो गया था, लेकिन केरल पुलिस ने अन्य राज्यों और देश में विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से तीन दिन में उसे गिरफ्तार कर लिया.
शाहीन बाग का रहने वाला है शाहरुख सैफी
रत्नागिरी से गिरफ्तार आरोपी सैफी शाहीन बाग का रहने वाला है. शाहरुख वारदात के बाद से ही फरार था. पुलिस के मुताबिक शाहरुख के पिता ने 31 मार्च को दिल्ली के शाहीन बाग पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. केरल पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क कर शाहीन बांग पहुंचकर जांच-पड़ताल की है. एक दिन पहले शाहरुख की लोकेशन रत्नागिरी में ट्रेस हुई थी. वह सिर पर लगी की चोटों का इलाज कराने के लिए रत्नागिरी सिविल अस्पताल आया था. बताया जा रहा है कि ट्रेन की बोगी को आग लगाने के बाद नीचे उतरते वक्त गिरने के कारण वह घायल हो गया था. हालांकि, शाहरुख इलाज कराए बिना ही अस्पताल से भाग गया.
एक डायरी और शाहरुख सैफी तक पहुंची पुलिस
केरल पुलिस को हादसे वाली जगह पर ट्रैक पर एक बैग मिला था. बैग में जांच एजेंसियों को मोबाइल फोन के अलावा एक डायरी भी मिली थी. इसमें शाहरुख सैफी कारपेंटर का नाम लिखा था. इतना ही नहीं इसमें रोज का हिसाब भी लिखा था. इस डायरी के हिसाब में लिखे अधिकांश पते नोएडा लिखे थे. ऐसे में केरल पुलिस को इस बात का संदेह था कि आरोपी नोएडा या उसके आसपास का रहने वाला था.
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर यूपी एटीएस ने नोएडा और आसपास के इलाकों में शाहरुख सैफी को खोजना शुरू किया. एटीएस ने स्याना (बुलंदशहर) और मुरादाबाद के रहने वाले शाहरुख सैफी को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया था. हालांकि, उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
उधर, शाहरुख की डायरी में कई जगह पर नोएडा लिखा था. इनमें से ज्यादातर जगहों पर सेक्टर-31 लिखा हुआ था. कहीं कहीं सेक्टर-31 के ए ब्लॉक का भी एक पता लिखा था. बैग से बिना सिम का एक मोबाइल भी मिला था. जब एजेंसी ने इसकी जांच की तो पता चला कि इसमें जो नंबर इस्तेमाल हो रहा था, वह शाहीन बाग के फैजल एन्क्लेव में शाहरुख मोहम्मद फखरुद्दीन के नाम पर लिया हुआ है.
इसके बाद जांच एजेसियों ने इस पते पर जाकर पुख्ता कर लिया कि आरोपी यहीं का रहने वाला है. बैग में मिले कपड़ों से परिजनों ने उसकी पहचान कर ली. परिजनों ने जांच एजेंसियों को बताया था कि आरोपी का 6 दिन से कोई पता नहीं है. उसका फोन भी बंद था. वह नौकरी खोजने की बात कहकर घर से निकला था.
पिता ने ब्रेनवॉश की जताई आशंका
आरोपी के परिवार से जब इस मामले पर बात की गई तो उनका कहना था कि शाहरुख को ये सब करने में फंसाया गया है. इंडिया टुडे से बातचीत में शाहरुख सैफी के पिता फकरुद्दीन और उसकी दादी ने शाहरुख के ब्रेनवॉश किए जाने की आशंकी जताई. उन्होंने कहा कि उसे कुछ लोगों ने गुमराह किया है. वह किसी संगठन का हिस्सा नहीं था और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है. उसे ऐसा करने में कुछ लोगों ने फंसाया है.' आरोपी के पिता ने कहा कि 'हम पुलिस की जांच का इंतजार कर रहे हैं.'
मोटिव का पता लगाने में जुटी पुलिस
पुलिस का कहना है कि शाहरुख ने योजना के तहत इस वारदात को अंजाम दिया. वह बैग में पेट्रोल से भरी बोतल लेकर ट्रेन में चढ़ा था. हालांकि, अभी यह पता नहीं चल पा रहा है कि शाहरुख ने आखिर ऐसा क्यों किया? इस मामले में पुलिस टेरर लिंक का पता लगाने में भी जुटी है. NIA की टीम भी मामले में जांच कर रही है.
2 अप्रैल की है घटना
केरल के कोझिकोड में चलती ट्रेन के में यात्रियों पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगाने का मामला 2 अप्रैल की रात सामने आया था. बताया गया था कि आरोपी का सह यात्रियों से सीट पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद उसने केमिकल से भरी बोतल फेंककर आग लगा दी थी. बोगी में अचानक भड़की आग देखकर एक साल के बच्चे को लेकर सफर कर रही महिला ने चलती ट्रेन से ही छलांग लगा दी थी. पुलिस को बाद में पटरियों से बच्चे और मां के शव के अलावा एक और शख्स की लाश मिली थी. आगजनी के दौरान ट्रेन में सवार 9 लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे.