
केरल में बार होटल्स एसोसिएशन इडुक्की (Idukki) के अध्यक्ष एनिमन का ऑडियो क्लिप लीक होने के बाद LDF सरकार के खिलाफ रिश्वत के एक और मामले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. इस क्लिप में वह अपने पक्ष में शराब नीति बनवाने के लिए हर मेंबर को 2.5 लाख रुपये देने की बात कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये पैसा उन लोगों को दिया जाएगा जो उन्हें ड्राई डे से सहुलियत और बार के काम के घंटे बढ़ाने में मदद करेंगे.
क्लिप में वह बोल रहे हैं कि नई एक्साइज पॉलिसी आम चुनाव के बाद लागू होगी और इसका फायदा लेने के लिए हम कुछ वापस भी देना होगा. क्लिप के सामने आने के बाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील कुमार ने रिश्वत देने के लिए पैसे इकट्ठा करने के आरोपों से इनकार किया है.
उन्होंने कहा कि एनिमन को कल राज्य कार्यकारिणी की बैठक में निलंबित कर दिया गया हैं, क्योंकि उसने कुछ एसोसिएशन विरोधी एक्टिविटी की थीं और नई एसोसिएशन बनाने के प्रयास कर रहा था.
'मामले की हो रही है जांच'
उन्होंने कहा कि तिरुवनंतपुरम में उन्होंने किसी और चीज के लिए नहीं, बल्कि वहां एसोसिएशन बिल्डिंग के लिए बैंक खातों के जरिए पैसे जमा किए थे. उन्होंने अभी तक नई शराब नीति को लेकर चर्चा शुरू नहीं की है. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले की जांच कराई गई और मामला साबित होने पर कड़ी कार्रवाई करेगी.
इससे पहले जब ओमन चांडी सरकार सत्ता में थी, तब बार मालिकों ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन वित्त मंत्री केएम मणि को 1 करोड़ की रिश्वत दी गई थी. तब एलडीएफ ने बड़े पैमाने पर आंदोलन किया था और अंततः उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था.
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एक्साइज मिनिस्टर को देना चाहिए इस्तीफा
वहीं, केपीसीसी अध्यक्ष के. सुधाकरन का कहना है कि उन्हें एक्साइज मिनिस्टर एमबी राजेश को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगया कि यह 25 करोड़ का भ्रष्टाचार है, क्योंकि लगभग 900 बार मालिक हैं और हर एक से 2.5 लाख रुपये वसूले गए हैं. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की नई शराब नीति केरल को शराब में डुबो देगी.
केरल में हो रहा है दिल्ली की तर्ज पर शराब घोटाला: BJP
केरल के बीजेपी प्रमुख सुरेंद्रन ने अपने बयान में कहा कि केरल में जो शराब घोटाला सामने आया है वह दिल्ली शराब घोटाले के समान है और सब कुछ मुख्यमंत्री की देखरेख में हो रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल जैसी स्थिति होने से पहले पिनाराई विजयन को इस्तीफा दे देना चाहिए. बार ओनर्स एसोसिएशन के नेता की वॉइस रिकॉर्डिंग में कहा गया है कि सरकार को रिश्वत के तौर पर करोड़ों रुपये दिए जाने चाहिए. इससे इस सरकार का चेहरा और विकृत हो जाएगा. हमने उन सभी बारों को खुलते हुए देखा है जो पहले वामपंथी सरकार द्वारा बंद कर दिए गए थे. जो शराब की दुकानें बंद करने का वादा करके सत्ता में आई थी.
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अब वह ड्राई डे हटाने और एक बड़े घोटाले के लिए बार का वक्त बढ़ाने का फैसला कर रहे हैं. यह केरल को शराब में डुबाने वाला फैसला है. एलडीएफ यूडीएफ सरकार के रास्ते पर ही आगे बढ़ रही है. साफ है कि कांग्रेस और सीपीएम अपने हितों की रक्षा के लिए दिल्ली शराब घोटाले मामले में जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में आगे आई हैं. के. सुरेंद्रन ने यह भी कहा कि शराब रिश्वतखोरी के खिलाफ एक मजबूत विरोध होगा, जो केरल के सामाजिक जीवन को नष्ट कर रहा है.